पटाखा गोदाम में भीषण आग, मची अफरा-तफरी, स्थानीय बोले- बच गए
AP न्यूज़ बिलासपुर : बिलासपुर के तोरवा थाना क्षेत्र के जगमल चौक पर 20 सालों से स्थित जय गणेश फायर वर्क्स में मंगलवार सुबह भीषण आग लग गई. देखते ही देखते आग की लपटें तेजी से उठने लगीं और गोदाम में रखे पटाखे फूटने लगे. धमाकों की आवाज से मोहल्ले में दहशत फैल गई, जिससे लोग घरों से बाहर निकल आए. बताया जा रहा है कि दो गाड़ियों में अवैध रूप से पटाखे डंप किए गए थे. स्थानीय लोगों ने कई बार इस गोदाम की शिकायत की थी, लेकिन प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई.
अवैध पटाखों का भंडारण, स्थानीय लोगों में रोष
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बगल में ही हॉस्टल, बैंक के साथ ही घना आबादी वाला रिहायशी इलाके में पटाखों का भंडारण सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है. पटाखा गोदाम की कई बार शिकायत के बावजूद प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, जिससे हादसे की आशंका बनी रहती थी. खतरनाक स्थिति के बावजूद गोदाम और दुकान का संचालन जारी रहा. लोगों ने कहा कि दशहरा और दिवाली के समय ऐसे हादसे का खतरा और बढ़ जाता है क्योंकि शहर के कई हिस्सों में पटाखों का अवैध भंडारण किया जाता है.
फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई, लाइसेंस की जांच होगीआग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और पुलिस मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया गया. तोरवा थाना प्रभारी राहुल तिवारी ने बताया कि घटना के बाद दुकान और गोदाम के लाइसेंस की जांच की जाएगी. संचालक सोनू और संदीप सतलेचा का दावा है कि उनके पास लाइसेंस है, लेकिन प्रारंभिक जांच में सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था.
शहर के रिहायशी इलाकों में कई दुकानें और गोदाम
बिलासपुर के जूना बिलासपुर, तारबाहर,खपरगंज से लेकर मध्यनगरी चौक, टेलीपारा के सरजू बगीचा, और हेमूनगर के साथ ही चांटीडीह सहित कई मोहल्लों में फटाखा का दुकान और गोदाम हैं. जहां दशहरा और दिवाली पर्व के नजदीक आते ही पटाखों का भंडारण किया गया है, लेकिन जिम्मेदार अफसर दुकान और गोदामों की जांच ही नहीं कर रहे. जिसके कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. जांच के नाम पर केवल खाना खानापूर्ति जारी है.