केशलीगोड़ान में किया गया स्वयं और समाज के लिए योग
पण्डरिया- बिरकोना संकुल अंतर्गत संचालित शासकीय प्राथमिक सह माध्यमिक विद्यालय केशली गोड़ान में 10वीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया, जिसका विषय था “स्वयं और समाज के लिए योग” योगासन एक परिवर्तनकारी अभ्यास है, जो मन और शरीर के सामंजस्य, विचार और क्रिया के बीच संतुलन तथा संयम और पूर्ति की एकता का प्रतिनिधित्व करता है।
योग दिवस का मनाने की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी, 27 सितंबर 2014 को भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ की बैठक में इंटरनेशनल योगा डे मनाने के लिए प्रस्ताव रखा था, जिसके तहत साल में किसी भी एक दिन को योग दिवस के रूप में मनाने की मांग की गई इस प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार कर लिया।पंचांग के अनुसार 21जून को उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म सक्रांति कहते हैं। ग्रीष्म सक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है।
दक्षिणायन होने पर सूर्य का तेज कम हो जाता है, जिससे वातावरण अशुद्ध हो जाता है, कीटाणु उत्पन्न होने लगते हैं, रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता कम हो जाती है, ऐसे में अध्यात्मिक सिद्धियों को प्राप्त करने और तन मन को स्वस्थ रखने के लिए हर साल अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने की शुरुआत 21जून 2015 में हुई थी। 21 जून 2015 को पहली बार पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया गया। योग दिवस पर प्रतिवर्ष एक थीम को लेकर आयोजन किया जाता है, इस वर्ष का विषय स्वयं और समाज के लिए योग थीम को लेकर कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस आयोजन में सफाई कर्मचारी, रसोईया, स्कूली छात्र-छात्राएं, शासकीय प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक शिवकुमार बंजारे, शिक्षक सत्येंद्रनाथ प्रताप सिंह चांदसे, लता चांदसे, माध्यमिक शाला के शिक्षक शेखलतीफ खान, रामायण प्रसाद ओग्रे, तुलसी धुर्वे, गणेश धुर्वे ,मनोज धुर्वे सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।