गौ विज्ञान परीक्षा का प्रथम चरण की परीक्षा सम्पन्न
गौ विज्ञान परीक्षा का प्रथम चरण की परीक्षा सम्पन्न
AP न्यूज़ लोरमी प्रतिनिधि : पूरे प्रदेश में स्कूलों और कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए गौ विज्ञान परीक्षा का आयोजन किया गया। जिसमें जिले से 1398 बच्चों ने भाग लिया। राज्य गौ संरक्षण एवं संवर्धन समिति की ओर से यह आयोजन पूरे प्रदेश में किया जा रहा है। जिसके प्रथम चरण की परीक्षा 4 जनवरी को सम्पन्न हुआ। आयोजन समिति के जिला परिक्षा प्रभारी गौकरण डिंडोले जी ने बताया कि इस प्रतियोगिता अपने मुंगेली जिला के 33 संस्था विद्यालयों से कुल 1398 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें बच्चों को तीन श्रेणी में रखा गया था। श्रेणी-A में कक्षा छठवीं से आठवीं, श्रेणी-B में कक्षा नवी से 12वीं, श्रेणी-C में महाविद्यालयीन विद्यार्थी शामिल थे। प्रथम चरण में सभी श्रेणियों में से प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का द्वितीय चरण की परीक्षा जिला केन्द्र में फरवरी माह में होगा। हर श्रेणी से प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों की घोषणा प्रदेश एवं जिला स्तरीय गौ सेवा संगम कार्यक्रम में पुरुस्कृत किया जाएगा। विद्यार्थियों के उत्साहवर्धन के लिए तीनों श्रेणीयों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान आने पर प्रोत्साहन राशि रखा गया है जिसमें प्रांत स्तर पर ₹51000 रूपए प्रथम, द्वितीय 31000 रूपए और तृतीय 21000 रूपए तथा जिला स्तर पर प्रथम ₹5100, द्वितीय ₹3100 और तृतीय ₹1100 की प्रोत्साहन राशि रखा गया है। गौ संरक्षण एवं संवर्धन गतिविधि के जिला संयोजक विजय निषाद ने बताया कि “गौ धर्म और विज्ञान” के विषयों को लेकर आने वाले पांच महीने व्यापक जन जागरण अभियान संस्था के द्वारा चलाया जाएगा। इस अभियान में परीक्षा के साथ-साथ, स्कूलों में गाय के महत्व की प्रदर्शनी, सेमिनार, व्याख्यान, गौ सेवा संगम सहित विविध आयोजन किए जाएंगे।
इस आयोजन के माध्यम से प्रदेश के घर-घर संपर्क कर गौमाता का महत्व समाज को बताया जाएगा। इस अवसर पर विभाग सह कार्यवाह श्री राजकुमार कश्यप जी ने सभी परिक्षा केंद्रों में जाकर परिक्षार्थियों का जिज्ञासा जाना उनका उत्साहवर्धन कर इस आयोजन का अवलोकन किया। समाज में एक सकारात्मक पहल के लिए गौ सेवा गतिविधि छत्तीसगढ़ प्रांत का आभार व सभी प्राचार्य, प्रधानपाठक, पालकगण, विद्यार्थियों समस्त गौ भक्तों का हृदय से आभार व्यक्त करते हैं।इस परीक्षा को सफल बनाने डॉ आई पी यादव, रामेश्वर प्रसाद साहू, नेम सिंह बंजारे,सुभाष चतुर्वेदी, दिलीप पटेल, नोहर साहू, रामकुमार जायसवाल, उमाशंकर सिंह, ताम्रध्वज कश्यप, टिकेश्वर साहू, रूपेश श्रीवास, गौरव पांडेय, विवेक बंटी सेमरिया, मुकेश पटेल, संजय धुरी, योगानंद साहू, बहोरन वर्मा, अजय यादव, जितेन्द्र साहू, सोहन, कृष्णकुमार जायसवाल तथा संस्था प्रमुखों का विशेष रूप से सहयोग रहा।