CM नीतीश से बोले तेजस्वी- विपक्ष दे रहा है 2 हजार बसें, गरीब बिहारी भाइयों को ले आइए


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पटना. केंद्र सरकार ने राज्यों को लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे अपने लोगों को निकालने की अनुमति दे दी है। बिहार में इसको लेकर अभी भी सियासत जारी है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “माननीय मुख्यमंत्री जी, विपक्ष सरकार को 2000 बस दे रहा है। बसें ले लीजिए और हमारे ग़रीब बिहारी भाइयों को ले आइए। भले इसका श्रेय भी आप ले लीजिए। हमें कोई आपत्ति नहीं। लेकिन कृपया कर के तत्काल प्रभाव से कुछ किजीए। कितना सोचेंगे। ये सोचने का समय नहीं कर्तव्य करने का समय है।”
माननीय मुख्यमंत्री जी, विपक्ष सरकार को 2000 बस दे रहा है। बसें ले लीजिए और हमारे ग़रीब बिहारी भाइयों को ले आइए। भले इसका श्रेय भी आप ले लीजिए। हमें कोई आपत्ति नहीं। लेकिन कृपया कर के तत्काल प्रभाव से कुछ किजीए। कितना सोचेंगे। ये सोचने का समय नहीं कर्तव्य करने का समय है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 30, 2020
’25 लाख लोगों को लाने के लिए चाहिए 1.70 लाख बसें’
इससे पहले बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने कहा है कि अगर हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तो हमें अन्य राज्यों में फंसे बिहार के 25 लाख रजिस्टर्ड मजदूरों को लाने के लिए 1.70 लाख बसों की जरूरत पड़ेंगी। हमने इसके लिए नोडल टीम बना दी है लेकिन उन्हें वापस लाने के लिए स्थिति हमारे अनुकूल नहीं है।
If we follow social distancing norms,about 1.70 lakh buses will be required to bring 25 lakhs registered labourers of Bihar stranded in different states.We’ve constituted nodal team for it but situation is not favourable for govt to bring them:Bihar Min&JDU leader Ashok Chaudhary pic.twitter.com/6YBAGB1815
— ANI (@ANI) April 30, 2020
पप्पू यादव ने कोटा से छात्रों को वापस लाने भेजी 30 बसें
जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने राजस्थान के कोटा में फंसे बिहारी छात्रों को वापस लाने के लिए 30 बसें भेजी है। पप्पू यादव ने ट्वीट किया,”बिहार सरकार के पास धन नहीं है। मैं तन-मन-धन से हर बिहारी को बिहार वापस लाने को प्रतिबद्घ हूं। कोटा से छात्रों को लाने हेतु वहां 30 बसें लगवा दी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी से आग्रह है कि वह बस सेनेटाइज करवा कर, छात्रों की सुरक्षित यात्रा का इंतजाम सुनिश्चित कराएं।”
With inputs from ANI/IANS