प्राथमिक शाला केशलीगोड़ान में मनाई गई माता सावित्रीबाई फुले की जयंती
प्राथमिक शाला केशलीगोड़ान में मनाई गई माता सावित्रीबाई फुले की जयंती
टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ पण्डरिया– बिरकोना संकुल अंतर्गत वनांचल में संचालित शासकीय प्राथमिक शाला केशलीगोड़ान में 3 जनवरी 2025 को भारत की पहली महिला शिक्षिका और समाज सुधारक माता सावित्रीबाई फुले की जयंती हर्षोल्लास और गरिमा के साथ बालिका शिक्षा दिवस के रूप में मनाई गई। सावित्रीबाई फुले का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था और उन्होंने अपने पति ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर समाज सुधार के अनेक कार्य किए। कार्यक्रम का आयोजन विद्यालय के प्रधान पाठक शिवकुमार बंजारे शिक्षक श्रीमती लता चांदसे, सत्येंद्रनाथ प्रताप सिंह और छात्रों के सहयोग से किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक तथा शिक्षकों ने सावित्रीबाई फुले के जीवन और उनके सामाजिक कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि माता सावित्रीबाई फुले के संघर्ष और त्याग के कारण आज हर लड़की को शिक्षा का अधिकार प्राप्त हुआ है। उन्होंने समाज में व्याप्त रुढ़िवाद और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई। बालिकाओं को शिक्षित करने और समाज में उनके सशक्तिकरण के महत्व पर जोर दिया। उनके विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने फैंसी ड्रेस के माध्यम से सावित्रीबाई फुले का चरित्र चित्रण किया तथा उनके जीवन पर आधारित भाषण, कविताएं और नाटक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इस आयोजन ने सभी को सावित्रीबाई फुले के महान योगदानों की याद दिलाई और शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी के महत्व को रेखांकित किया। कार्यक्रम का समापन सामुहिक राष्ट्रगान के साथ हुआ।