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अभाविप की बाबा सहाब संदेश यात्रा जगह जगह हुआ स्वागत

अभाविप की बाबा सहाब संदेश यात्रा जगह जगह हुआ स्वागत

AP न्यूज़ पंडरिया टीकम निर्मलकर : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कबीरधाम द्वारा बाबा भीमराव अम्बेडकर परिनिर्वाण दिवस के अवसर पर कवर्धा नगर में भव्य शोभायात्रा निकालकर बाबा सहाब संदेश यात्रा रैली की शुरुआत किया। जिसमें हजारों की संख्या में विद्यार्थी सम्मिलित हुएं।
बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान के प्रमुख निर्माता और समाज सुधारक थे। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू, मध्य प्रदेश में हुआ था। अंबेडकर ने अपनी कड़ी मेहनत और संघर्ष के बल पर उच्च शिक्षा प्राप्त की और भारत में दलितों, पिछड़े वर्गों और शोषित वर्गों के अधिकारों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।

डॉ. अंबेडकर ने भारतीय समाज में व्याप्त जातिवाद, असमानता और भेदभाव के खिलाफ कड़ा विरोध किया। उन्होंने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया, जो समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व की नींव पर आधारित था। इसके अलावा, उन्होंने बौद्ध धर्म को अपनाया और लाखों लोगों को दलित समुदाय से बौद्ध धर्म की ओर प्रेरित किया, ताकि वे जातिवाद से मुक्ति पा सकें।



उनकी प्रमुख कृतियाँ “जातिवाद का उन्मूलन”, “भारतीय संविधान का मसौदा”, और “बुद्ध और उनके धम्म” जैसी किताबें हैं। उनका जीवन और कार्य भारतीय समाज में बदलाव लाने और समाज की दिशा को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान रहा। प्रदेश सहमंत्री तुषार चंद्रवंशी ने कहा।   महापरिनिर्वाण दिवस को अभाविप सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाती है। डॉ. बीआर अंबेडकर को समानता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।सामाजिक और आर्थिक भेदभाव के बावजूद अंबेडकर को समाज के हाशिये से उठकर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में सबसे आगे रहने की विरासत मिली है। बाबा साहब ने अग्रणी संविधान का मसौदा तैयार कर सामाजिक न्याय और समानता की गहन समझ का उदाहरण दिया। बाबा साहेब ने जीवन भर छूआछूत का विरोध किया और दलित समाज के सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए सरहानीय कार्य भी किए।साहब समाज सुधारक, राजनेता, लेखक और संपूर्ण भारत को समरसता प्रदान करने वाले जननेता के रूप में प्रसिद्ध हैं। उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत को सौंपा और हर जाति, धर्म, वर्ग के लोगों को एक सूत्र में रखने का कार्य किया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रति वर्ष बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर के विचारों से शैक्षणिक संस्थानों के युवाओं को जागरूक कर उन्हें आत्मसात कर सामाजिक परिवर्तन की दिशा में युवाशक्ति को जोड़ने के उद्देश्य से बड़ी संख्या में रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित करती है। ‘सामाजिक समरसता दिवस’ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की देशभर में विस्तारित इकाइयों द्वारा मनाए जाने वाले वर्ष के प्रमुख कार्यक्रमों में एक है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रदेश सहमंत्री तुषार चन्द्रवंशी प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तुलसी यादव नगर मंत्री गजाधर वर्मा वेदात उदय मनीष शिवा अजय खेमलाल मानस प्रेमलाल खुशबु एवं अन्य प्रमुख कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में विद्यार्थी सम्मिलित रहें।

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