कुई -कुकदूर – इस वर्ष पुण्यश्लोक लोकमाता देवी अहिल्या बाई होल्कर जयंती के 300 वर्ष पूर्ण होने पर कुई- कुकदूर क्षेत्र (जोन) चंडी मंदिर में कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें जिला संयोजक रघुनंदन गुप्ता, खंड संयोजक शिवकुमार बंजारे,संतोष श्रीवास उपस्थित हुए। खंड संयोजक शिवकुमार बंजारे द्वारा विस्तार से देवी अहिल्या बाई होल्कर के जीवनी, संघर्ष योगदान के बारे में बताया गया। साथ ही उपस्थित सदस्यों से देवी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती एवं विचार का प्रचार प्रसार हेतु सभी से सुझाव लिया गया।
देवी अहिल्याबाई होल्कर के 300वीं जन्म जयंती वर्ष को सारा देश उल्लास एवं उत्साह से मना रहा है। पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से सारा देश परिचित हो, इस उद्देश्य से अखिल भारतीय स्तर पर “लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह समिति” का गठन किया गया।
अहिल्याबाई होळकर युग प्रवर्तक ऐसी नारी थी जिन्होंने देश में लोक कल्याणकारी सुशासन की नींव ही नहीं रखी, भारतीय अध्यात्म और धर्म की परम्परा को भी निरंतर पोषित किया। उन्होंने अहिल्याबाई को दूरदर्शी और प्रजा हित में शासन करने वाली देश की ऐसी महिला शासक बताया जिन्होंने भारतीय संस्कृति और अध्यात्म के मूल्यों का भी जन—जन में प्रसार किया।
इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों द्वारा गठित कुई जोन समिति में संयोजक धर्मराज वर्मा,सहसंयोजक भुपेंद्र सुनहले, सह संयोजक वीरेन्द्र धुर्वे, सचिव आशाराम शिव, सह सचिव गौतम छांटा,कोषाध्यक्ष विजय गढ़ेवाल, सह कोषाध्यक्ष,सह कोषाध्यक्ष महेश धुर्वे, प्रचार प्रमुख लक्ष्मण गढ़ेवाल, मिडिया प्रमुख राकेश सोनी, संपर्क प्रमुख शिवकुमार नायक, सह संपर्क प्रमुख राजेश्वरी धुर्वे, सह प्रचार प्रमुख कविता वर्मा के नाम पर सहमति बनी।