आशा हॉस्पिटल में फ्री सोनोग्राफी और फ्री नॉर्मल डिलीवरी के साथ फ्री एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो केसीजी
छुईखदान की आशा हॉस्पिटल ने उठाया बड़ा कदम — गर्भवती महिलाओं के लिए मुफ़्त सोनोग्राफी और डिलीवरी सेवा शुरू।

छुईखदान, 30 अप्रैल 2025 — डॉ. जितेन्द्र कुमार ताम्रकार द्वारा प्राप्त जानकारी अनुसार महिलाओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा और समय पर उपचार के उद्देश्य से आशा हॉस्पिटल, छुईखदान ने एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा की शुरुआत की है। अब आयुष्मान भारत कार्ड या गरीबी रेखा कार्ड धारक सभी गर्भवती महिलाओं को मुफ्त सोनोग्राफी और नॉर्मल डिलीवरी की सुविधा प्रदान की जाएगी। साथ ही, अस्पताल ने 24×7 मुफ्त एम्बुलेंस सेवा भी शुरू की है।
गर्भावस्था के दौरान जटिलताओं की पहचान जरूरी
भारतीय स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, भारत में लगभग 16% गर्भवती महिलाओं को उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (High-Risk Pregnancy) का सामना करना पड़ता है, जिसमें प्री-एक्लेम्पसिया, भ्रूण की असामान्यता, गर्भ में विकास की कमी (IUGR) जैसे गंभीर खतरे शामिल हैं। इन समस्याओं का समय पर पता लगाना और प्रबंधन करना अत्यंत आवश्यक है।
डॉ. जितेंद्र कुमार, वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ, आशा हॉस्पिटल कहती हैं:
“सोनोग्राफी से गर्भ के अंदर भ्रूण के स्वास्थ्य, प्लेसेंटा की स्थिति और बच्चे के विकास की निगरानी संभव होती है। यह जटिलताओं की प्रारंभिक पहचान में मदद करता है, जिससे मातृ मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।”
सेवा का लाभ कैसे लें ?
जिन गर्भवती महिलाओं के पास आयुष्मान भारत कार्ड या गरीबी रेखा कार्ड है, वे अस्पताल में पंजीकरण कराकर आधुनिक सोनोग्राफी और नॉर्मल डिलीवरी सुविधाओं का निःशुल्क लाभ ले सकती हैं।
नॉर्मल डिलीवरी की सुविधा अनुभवी डॉक्टरों और प्रशिक्षित स्टाफ द्वारा प्रदान की जाएगी।
इमरजेंसी में फ्री एम्बुलेंस सेवा 24 घंटे उपलब्ध रहेगी।
आशा हॉस्पिटल की विशेषताएं:
उच्च प्रशिक्षित स्त्रीरोग विशेषज्ञों की टीम
कुशल एनेस्थेसिया एवं बाल रोग विशेषज्ञ
आधुनिक अल्ट्रासाउंड व जांच तकनीक
मातृ और शिशु देखभाल में राज्य स्तर की सेवा
समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, हर गर्भवती महिला को कम से कम 3 से 4 बार सोनोग्राफी और नियमित ANC जांच की सलाह दी जाती है। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक कारणों से बहुत सी महिलाएं इन आवश्यक सेवाओं से वंचित रह जाती हैं।
आशा हॉस्पिटल का यह कदम एक सामाजिक उत्तरदायित्व की मिसाल है, जिससे छुईखदान एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सस्ती नहीं बल्कि मुफ़्त और गुणवत्तापूर्ण सेवा मिल सकेगी।
यह पहल न केवल चिकित्सा सेवा है, बल्कि मातृत्व के प्रति एक सच्चा सम्मान है।