पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल के निर्देशन में केसीजी जिले के अन्तिम ग्राम ग्वालगुण्डी में आयोजित हुआ सामुदायिक पुलिसिंग।


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी

सिविक एक्शन प्रोग्राम- दूर हो रहा नक्सलियों का खौफ, कभी जवानो को देख भाग जाते थे, अब मदद लेने पहुच रहे ग्रामीण

🟢 सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पारंपरिक रूप से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार गौतम, डीसी ऑप्स राजेन्द्र अधिकारी, एसी केशाब चंद माथो आईटीबीपी, नक्सल सेल प्रभारी निरी. अम्बरीश शर्मा व थाना प्रभारी साल्हेवारा निरी.धर्मेन्द्र वैष्णव का स्वागत करने पहुंचे।

🟡 सामुदायिक पुलिसिंग के तहत ग्राम ग्वालगुण्डी मे एसपी त्रिलोक बंसल के मार्गदशन में अति पुलिस अधीक्षक नितेश कुमार गौतम के हाथो वनांचल ग्रामीणो को दिये उपहार, उपहार पाकर ग्रामीण हुवे गदगद।
🟠 नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक पुलिसिंग विकास की दिशा’ की अग्रसर
🟢 माओवादियों की गतिविधियों एवं उनके नेताओं के बारे में सूचना देने की अपील भी की गई ।
◼️ नक्सल प्रभावित वनांचल क्षेत्र में सामुदायिक पुलिसिंग के तहत केसीजी जिले अन्तिम ग्राम ग्वालगुण्डी (थाना साल्हेवारा) में 17 जनवरी 2025 को केसीजी पुलिस द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग का किया आयोजन । इस कार्यक्रम का उद्देश्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति एवं भाईचारे को बढ़ावा देना, युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना, और पुलिस तथा ग्रामीणों के बीच आपसी विश्वास को मजबूत करना था। और विकास कार्यों को गति देने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग एक महत्वपूर्ण रणनीति बन चुकी है।
◼️एएसपी नितेश कुमार गौतम ग्रामीणों से उनका हालचाल जाना और ठंड से बचने हेतु कंबल व स्कूली बच्चों के लिए टिफिन कापी, पेन चाकलेट वितरण किये।
◼️नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कभी नक्सलियों के लिए सुरक्षित माने जाने वाले इस क्षेत्र में सामुदायिक पुलिसिंग जैसे कार्यक्रमों के बाद ग्रामीणों और पुलिसबल के बीच विश्वास औऱ मजबूत हुआ है भय मुक्त वातावरण बनाने में सफलता मिलीऔर अब वे शासन की योजनाओं का लाभ खुलकर ले रहे हैं। सामुदायिक पुलिसिंग का मुख्य उद्देश्य न केवल अपराध और नक्सलवाद का मुकाबला करना है, बल्कि ग्रामीणों के बीच पुलिस की सकारात्मक छवि बनाना और उनके साथ संवाद स्थापित करना भी है। यह आयेाजन इसी प्रयास का एक हिस्सा थी, जिससे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीण युवा मुख्यधारा में शामिल हो सके। आयोजन के दौरान पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल था। ग्रामीणों ने पुलिस और प्रशासन के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की।
◼️माओवादी नेताओं के बारे में सूचना देने की अपील की गई- इस दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों को प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेताओं का पोस्टर ग्रामीण क्षेत्र में लगाकर उनकी पहचान करवाई और सूचना देने की अपील की. बता दें कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सामुदायिक पुलिसिंग के द्वारा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर समन्वय और संपर्क स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है. ताकि ग्रामीणों तक सारी सरकारी सुविधाए पहुंच सके और नक्सलियों का खात्मा किया जा सके।
◼️केसीजी पुलिस की इस पहल ने यह साबित किया है कि सामुदायिक पुलिसिंग से नक्सलवाद से निपटने में काफी मदद मिल सकती है। ऐसे आयोजन ग्रामीणों को मुख्यधारा से जोड़ने में भी सहायक होते हैं। इस आयोजन के माध्यम से पुलिस ने यह संदेश दिया कि नक्सलवाद का समाधान केवल बल प्रयोग से नहीं बल्कि विकास, संवाद और आपसी सहयोग से भी संभव है। इस अवसर पर आईटीबी के डीसी ऑप्स राजेन्द्र अधिकारी, एसी केशाब चंद माथो, नक्सल सेल प्रभारी निरी. अम्बरीश शर्मा, थाना प्रभारी साल्हेवारा निरी. धर्मेन्द्र वैष्णव व अधिकारी जवान एवं सरपंच, ग्राम पटेल सहित सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण, महिलाएं, पुरुष उपस्थित थे।