सरकार बदलने के बाद किसान बोले फरक खागे..किसान त्रस्त सरकार मस्त – रवि मानिकपुरी
सरकार बदलने के बाद किसान बोले फरक खागे..किसान त्रस्त सरकार मस्त – रवि मानिकपुरी
छत्तीसगढ़ कबीरधाम- प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आते ही एक वर्ष में ही सरकार की वो सारी तमाम वायदे सिर्फ कागज तक ही सीमित दिखाई दे रही है।
युवा नेता रवि मानिकपुरी ने कहा कि आज प्रदेश भर में समूचे किसान बारदाने के लिए दरबदर भटक रहे है बारदाने के आभाव के कारण आज किसानों के आंखों में आँशु है किसानों की आँशु प्रदेश के साय साय सरकार को नही दिख रही धान मंडी में धान की उठाव नही होने के कारण किसानों की धान के वजनों में भी गिरावट आएगी किसान आखिर कितने दिनों तक धान को संभाल कर रखे रखने का भी उनके पास कोई उचित स्थान नही।
मैं याद दिला दूँ की गृहमंत्री विजय शर्मा जी के द्वारा बोला गया था यह बात की किसानों को सरकारी बैंकों के चक्कर काटना नही पड़ेगा अपित सीधे ग्राम पंचायत के भवनों में जाकर देंगे पैसे। लेकिन यह बात भी क्या मिथ्या है?
प्रदेश में किसानों की स्थिति एक दम अफरातफरी, असंतोष दिखाई दे रही है। सरकार के बदलने के बाद अब किसान बोल रहे कि फरक खागे याद आए किसानों को कांग्रेस का भूपेश सरकार जो किसानों के सुख दुख को समझते थे और आज भी किसानों के हित को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के द्वारा छत्तीसगढ़ में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आह्वान किया गया जिनके निर्देश पर ब्लाक कांग्रेस कमेटी पंडरिया के नेतृत्व में गांधी चौक पंडरिया में किया गया धरना प्रदर्शन।
*टोकन प्रक्रिया में भी छल,?* किसान ऑनलाइन माध्यम से टोकन काट रहे लेकिन उनके द्वारा चयनीत सीमा अवधि पर उनके धान की खरीदी नही हो पा रही और
अभी तक किसी भी समिति से नहीं हुआ है धान का उठाव,
प्रदेश में किसान त्रस्त है और सरकार अपने मे मस्त है।