कवर्धा : पीजी कॉलेज में लाखों का घोटाला अभाविप ने प्रदर्शन कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
AP न्यूज़ कवर्धा : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जिला कबीरधाम इकाई कवर्धा के कार्यकर्ताओं ने ज़िले के उत्कृष्ट महाविद्यालय आचार्य पंथ श्री गृध्र मुनि नाम साहेब शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कवर्धा में व्याप्त समस्याओं के विरोध में एवं जनभागीदारी राशि में हुएं लाखों के गबन के आरोपियों पर तत्काल कार्रवाई करने की मांगों को लेकर महाविद्यालय मेन गेट पर घंटों प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी किया और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर मांग एक सप्ताह के भीतर पूर्ण नहीं होने पर कलेक्टर कार्यालय कबीरधाम घेराव की चेतावनी दिए।
ज्ञात हो कि कबीरधाम जिले का उच्च शिक्षा का एकमात्र ऐसा केन्द्र जहां पर स्नातकोत्तर की पढ़ाई संभव हों पाता है। वहां भी विद्यार्थियों के उच्च शिक्षा में ग्रहण बनकर कई लोग बैठे हुए हैं। जिससे महाविद्यालय का विकास लगातार अवरूद्ध हो रहा है।
अभाविप ने प्रदर्शन करते हुए विभिन्न मांगे माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के समक्ष रखी है। जिसमें प्रमुख रूप से विधि महाविद्यालय की स्थापना शिक्षा महाविद्यालय की स्थापना विज्ञान महाविद्यालय की स्थापना हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की शाखा कवर्धा में स्थापित किया जाएं हाईटेक लाईब्रेरी एवं सहायक प्राध्यापक के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती। नवीन पाठ्यक्रम की पुस्तक की व्यवस्था एवं उत्कृष्ट महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए सर्वसुविधायुक्त छात्रावास की व्यवस्था आदि मांग रखी गई है।
अभाविप के प्रदेश सहमंत्री एवं जिला संयोजक तुषार चन्द्रवंशी का कहना है कि ज़िले के लीड कालेज पीजी कॉलेज में शिक्षा की स्थिति बेहद दयनीय है। विद्यार्थी भावनात्मक रुप से पढ़ने आते हैं परन्तु पढ़ाने वाले प्राध्यापक समय पर पढ़ाई कराना मुनासिब नहीं समझ रहें। अभाविप का स्पष्ट मत है कि महाविद्यालय परिसर को आनंदमई एवं छात्रों के सार्थक उच्च शिक्षा ग्रहण करने का केन्द्र के रुप में स्थापित करने अनवरत कार्यरत हैं।
परन्तु उत्कृष्ट महाविद्यालय की स्थिति ऐसी है कि पढ़ने के लिए पुस्तकालय से पुस्तक भी सन् 2010 का मिल रहा है जोकि वर्तमान पाठ्यक्रम से 14 वर्ष पुराना है।
गबन की राशि आखिर क्यों नहीं बताई जा रही है
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने प्राचार्य से बार बार पुछा फिर भी गबन की गई राशि का ब्यौरा प्राचार्य द्वारा नहीं दिया गया।यह राशि 50 लाख से भी अधिक हों सकती है। जनभागीदारी के अलावा महाविद्यालय विकास के लिए अन्य फंड भी महाविद्यालय के पास होते हैं।
प्रदेश सहमंत्री तुषार चन्द्रवंशी गजाधर दीपक नाथ योगी शिवा साहू गोपाल सिंह ठाकुर गुरु नारायण वर्मा उदय तिवारी अश्वनी सिन्हा खुशबू शर्मा राहुल साहू अक्षय गुप्ता तुलसी यादव अजय साहू खेमलाल वेदांत रुपेश ईश्वर कृष्णा संदीप लिलाराम मानस हिरेन्द्र राजेश रामलाल।