

सतीश पूनिया ने कहा कि हमारी संस्कृति में, विवाह केवल एक व्यक्तिगत पसंद नहीं है, यह धर्म और समाज की सहमति को भी शामिल करता है।


सतीश पूनिया ने कहा कि हमारी संस्कृति में, विवाह केवल एक व्यक्तिगत पसंद नहीं है, यह धर्म और समाज की सहमति को भी शामिल करता है।
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