युक्तियुक्तकरण से ग्रामीण स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था सशक्त — विद्यार्थियों व पालकों में खुशी की लहर

AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
खैरागढ़, 06 जून 2025 //
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से अब दूरस्थ और ग्रामीण अंचलों के विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित हो रही है। इससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षण सुविधा मिल रही है और शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
ग्राम सिंघोरी के शासकीय हाई स्कूल में स्कूल प्रारंभ होने के बाद से केवल संस्कृत विषय के एकमात्र व्याख्याता पदस्थ थे, जिससे अन्य विषयों विशेषकर गणित जैसे जटिल विषय के लिए छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। परिणामस्वरूप इस वर्ष का बोर्ड परीक्षा परिणाम भी अपेक्षानुसार नहीं रहा।
हालांकि हाल ही में हुए युक्तियुक्तकरण के तहत गणित विषय के व्याख्याता की पदस्थापना से गांव में हर्ष का माहौल है। शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रामजी शर्मा, शाला स्टाफ और ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत करते हुए बताया कि अब विद्यार्थियों को गणित की गूढ़ अवधारणाएं समझने में आसानी होगी और आगामी बोर्ड परीक्षाओं में निश्चित रूप से परिणामों में सुधार आएगा।
वहीं छुईखदान विकासखंड के ग्राम भूरभूसी स्थित शासकीय हाई स्कूल में भी अब तक सिर्फ एक ही व्याख्याता पदस्थ थे। अंग्रेजी जैसे अनिवार्य विषय का शिक्षक न होने से विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो रही थी।
अब अंग्रेजी विषय के शिक्षक की पदस्थापना से विद्यार्थियों को राहत मिली है। पालकों ने बताया कि बच्चों को अब भाषा समझने, बोलने और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।
विद्यालय प्राचार्यों ने कहा कि युक्तियुक्तकरण से विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था संतुलित हो रही है और इससे ग्रामीण अंचलों के छात्र भी समान रूप से शैक्षणिक अवसरों का लाभ उठा सकेंगे।