कांग्रेस की ओर से भेजी बसों की लिस्ट में 460 बसें फर्जी और 297 बसें कबाड़ हैं- डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा


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नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को लेकर कांग्रेस पार्टी की ओर से मांगी गई 1000 बसों का मुद्दा गरमा गया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि कांग्रेस ने जो बसों की लिस्ट दी है उसमें आधी बसें फर्जी हैं। कांग्रेस की बसों के पास फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं है। अनफिट बसों को चलाना मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ करना है। दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की 460 बसें फर्जी हैं, 297 बसें कबाड़ हैं जबकि 68 बसों के पास पेपर ही नहीं हैं।
बता दें कि, यूपी के औरैया जिले में भीषण सड़क हादसे में 26 प्रवासी मजदूरों की सड़क हादसे में मौत के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विट कर यूपी सरकार को पत्र लिखकर कांग्रेस की तरफ से 1000 बसें चलाने की अनुमित मांगी थी। इस पत्र के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गांधी के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए हुए 1000 बसों का इंतजाम करने कहा। साथ ही यह भी कहा गया कि वे बसों के नंबर्स के साथ-साथ चालक/परिचालक (ड्राइवर-कंडक्टर) की जानकारी भी मुहैया कराएं। कुछ ही देर में कांग्रेस की ओर से जवाब भी आ गया। इसमें बताया गया कि बसों के नंबर मेल में अटैच हैं।
फिर यूपी सरकार की ओर से जब इन नंबरों की जांच की गई तो इनमें से कई गाड़ियों के नंबर तो मोटरसाइकल, स्कूटर, थ्री वीलर के मिले। इस घटना पर योगी सरकार की ओर से नाराजगी भी जताई गई। योगी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा था कि कांग्रेस की ओर से भेजी गई सूची की हमने शुरुआती जांच कराई है। यह पता चला है कि जिन बसों का विवरण भेजा गया है, उनमें से कई वाहन दोपहिया, ऑटो और माल ढोने वाली गाड़ियां हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण हैं, सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए कि कांग्रेस इस तरह की धोखाधड़ी क्यों कर रही है। कांग्रेस पर जोरदार हमला करते हुए जवाब में चार सवाल पूछे।

उधर, लखनऊ के हजरतगंज थाने में आईपीसी की धारा 420/467/468 के तहत प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह, यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू समेत अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामला लगातार बढ़ रहा है।


