AP News आपकी आवाज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो केसीजी
शैक्षणिक गतिविधियों के लिए सक्रिय रहने वाले जिला पंचायत सभापति विप्लव साहू ने उक्त स्कूल का वाचन निरीक्षण किया और पाया कि बच्चो को पढ़ाने कक्षावार समय सारणी में राज्यपाल पुरस्कार के लिए चयनित प्रधानपाठक किशोर शर्मा का नाम ही नही है, जबकि विभाग द्वारा प्रधान पाठको के साथ साथ संकुल समन्वयको को भी प्रति दिन कम से कम तीन पीरियड लेने का आदेश दिया गया है। प्रधान पाठक को शाला में शालेय गतिविधियों के अलावा शैक्षणिक कार्य भी अनिवार्य रूप से कराना है लेकिन बैहाटोला स्कूल में प्रधान पाठक इस अनिवार्य काम को दरकिनार कर रहे है। अलग अलग कक्षा में बैठे बच्चों से जानकारी मिली कि वे कोई भी विषय नहीं पढ़ाते. शाला का रखरखाव और फ्लोर की स्थिति बहुत दयनीय है। स्टाफ से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ सालों से शाला भवन की पुताई भी नहीं हुई है, और अनियमित रूप से उनका स्कूल आना होता है।जिले का प्रतिनिधित्व करने वाले महत्वपूर्ण सम्मान अयोग्य और लापरवाह शिक्षक को देने के लिए जिला शिक्षा विभाग द्वारा नामित किये जाने की प्रक्रिया को गलत बताते हुए
जिला पंचायत सभापति ने जिला पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में इस मुद्दे को उठाया और मामले का मैदानी परीक्षण करने और उक्त सम्मान के लिए जिला शिक्षा अधिकारी को नए सिरे से प्रक्रिया चालू करने की अनुमति संचालनालय से मांगने कहा है ताकि जिले में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने सामुदायिक सहभागिता से व्यवस्था सुनिश्चित करने वाले जिम्मेदार शिक्षक हताश ना हो। इस मामले में उन्होंने जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर इस मामले में दखल देने कहा है वही
लोक लोक संचालनालय रायपुर मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा विभाग और संचालक शिक्षा संभाग दुर्ग को भी आवेदन देकर सम्मान संबंधी उक्त निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।