उपार्जन केन्द्रों के भौतिक सत्यापन के लिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
जिले के 51 धान उपार्जन केंद्रों का किया जाएगा भौतिक सत्यापन
कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा की उपस्थिति में जिला कार्यालय के सभाकक्ष में धान खरीदी केन्द्रों के भौतिक सत्यापन के लिए जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्टर श्री वर्मा ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि धान खरीदी केन्द्रों में धान के उचित रख-रखाव एवं व्यवस्थित खरीदी को सुचारू रखने के लिए विभागीय दिशा—निर्देश अनुसार प्रत्येक धान उपार्जन केन्द्रों के भौतिक सत्यापन के लिए दल का गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि नोडल अधिकारी सभी स्तरों का पूरी गंभीरता से जांच करें। ताकि धान खरीदी फर्जी तरीके से ना हो सके। इसके अलावा जिन धान खरीदी केंद्रों में किसी प्रकार से संदिग्ध स्थिति दिखाई दे, तो उन पर कार्रवाई अवश्य करें। साथी सभी अधिकारी भौतिक सत्यापन को पूरी गंभीरता से करने के निर्देश दिए हैं। खरीदी के अंतिम समय में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए शासन ने जिला स्तरीय अधिकारियों को उपार्जन केन्द्रों की सतत् निगरानी का जिम्मा सौंपा है। ताकि किसी भी प्रकार की फर्जी धान खरीदी- बिक्री एवं बोगस प्रविष्टि, बोगस उठाव आदि से बचा जा सके।
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में सत्यापन दलों को तीन चरणों में उपार्जन केन्द्रों का भौतिक सत्यापन किया जाना है। प्रथम चरण में 07 से 14 जनवरी 2025 तक, द्वितीय चरण में 16 से 22 जनवरी 2025 तक एवं तृतीय एवं अंतिम चरण में 23 से 31 जनवरी 2025 के मध्य उपार्जन केन्द्रों का गहन भौतिक सत्यापन करने के निर्देश दिये।
खाद्य अधिकारी भुवनेश्वर चेलक ने बताया कि खैरागढ़—छुईखदान—गंडई जिले के 51 धान खरीदी केंद्रों का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। जिला स्तर पर नोडल अधिकारियों की टीम तैयार की गई है। जिसमें कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी राजस्व के पटवारी को शामिल किया गया है। इसके अलावा एसडब्ल्यूसी के कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है, ताकि धान के बोरियों की गिनती की जा सके। जो एनआईसी द्वारा तैयार की गई एप के माध्यम से किया जाना है। इस दौरान संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।