मुनमुना संकुल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता के तृतीय व क्रीड़ा महोत्सव सम्पन्न हुआ

मुनमुना संकुल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता के तृतीय व क्रीड़ा महोत्सव सम्पन्न हुआ
AP न्यूज़ पंडरिया
मुनमुना संकुल का “संकुल स्तरीय बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता के आज तृतीय व समापन दिवस पर सम्माननीय जनप्रतिनिधियों, विकासखंड शिक्षाधिकारी, खण्ड स्रोत समन्वयक, खण्ड क्रीड़ा अधिकारी, संकुल प्राचार्य एवं शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों की गरिमामय उपस्थिति में आज यह क्रीड़ा महोत्सव सम्पन्न हुआ। *कार्यक्रम के आरम्भ के पूर्व सरदार वल्लभभाई पटेल जी के जयंती अवसर पर संकुल के सभी शिक्षक एवं बच्चों ने “रन फ़ॉर यूनिटी” के भाव लिए अखण्ड भारत की संकल्पना के साथ दौड़ लगाये।
अतिथियों के आगमन के पश्चात माता सरस्वती, भारतमाता, छत्तीसगढ़ महतारी एवं सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के तैलीय चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन, पुष्पार्चन, तिलक, श्रीफल भेंट कर किया गया। ततपश्चात अतिथियों का तिलक, पुष्पगुच्छ, माला से शिक्षकों के द्वारा सम्मानित किया गया। अतिथियों के उद्बोधन के पूर्व बाल क्रीड़ा उत्सव समिति के सचिव व शैक्षिक समन्वयक श्री रघुनंदन गुप्ता ने प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि शासन के निर्देशानुसार इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास की दृष्टि से प्रतिभा प्रोत्साहन के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से संकुल स्तरीय बाल क्रीड़ा का आयोजन दिनाँक 28, 29 एवं 31 अक्टूबर को तीन दिवसीय कार्यक्रम पूरी भव्यता के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर 25 विधाओं के विभिन्न स्पर्धा में एकल एवं सामूहिक रूप से 522 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सभी प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को मोमेंटो, कप, मेडल एवं प्रमाण-पत्र से पुरस्कृत कर प्रोत्साहित किया गया। इस सफल आयोजन में जनप्रतिनिधियों, शिक्षकों, शाला प्रबंधन समिति के सदस्यों पालकों के अलावा स्वास्थ्य विभाग, रसोइया, सफाई कर्मी का भरपूर सहयोग रहा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि ब्लॉक पीटीआई श्री अश्विनी चंद्राकर जी के द्वारा डांडिया नृत्य पर 500₹ का प्रोत्साहन राशि बच्चों को दिया गया। और उन्होंने कहा कि जितना जीवन में पढ़ाई का महत्व होता है उतना ही महत्व खेल का भी होता है, क्योंकि स्वस्थ शरीर के लिए खेल अतिआवश्यक है तभी हम बौध्दिक रूप से सक्षम हो सकते हैं। खण्ड स्रोत समन्वयक श्री चंद्रवंशी जी ने कहा कि हमारे बुद्धि के विकास में खेल का बड़ा ही महत्व है क्योंकि खेल से स्वस्थ मन, तन के साथ हमारा जीवन सुव्यवस्थित हो जाता है।
इस अवसर जनपद पंचा. सदस्य द्वय श्रीमती कल्याणी मण्डावी, श्रीमती दीपा/पप्पू धुर्वे, सरपंच द्वय श्री झगरसिंह मरकाम, श्री कृष्णासिंह परस्ते, आदि जनप्रतिनिधियों की गरिमामय उपस्थिति के साथ संकुल प्राचार्य श्री रामनाथ राजपूत जी तथा 04 पूर्व माध्यमिक एवं 10 प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक श्री लखनलाल चंद्रवंशी, गणेशराम धुर्वे, श्री भगवान सिंह राज, सुश्री श्यामा मेश्राम, श्री सिध्दराम मण्डावी, श्री श्रीवरसिंह परस्ते, श्री अतुल तिवारी, श्री चैतराम धुर्वे, श्री धर्मराज वर्मा, श्री रामभरोस पटेल, श्री जोहरसिंह धुर्वे, श्री जितेंद्र चतुर्वेदी, श्री देवेंद्र पाली, श्री राजर्षि पाण्डेय, श्री सुमित पाण्डेय, श्री गजानंद कश्यप, श्री यशवंत कुम्भकार, श्री हरीश यादव, श्री खड़ानन कश्यप, श्रीमती वर्षा गुप्ता, श्री नरेश चेचाम, श्री जोहित चेचाम, श्री इंदलदास डाहीरे, श्री रामायण ध्रुव, श्री जगतराम धुर्वे, श्री पालसिंह धुर्वे, श्री तिजउराम पन्द्राम, श्री वेदप्रकाश यादव, श्रीमती राधा धुर्वे, श्री रमाशंकर खूंटे, श्रीमती कोसमा वट्टी, श्रीमती मिथलेश महोबिया, श्रीमती भुनेश्वरी घृतलहरे आदि शिक्षक एवं बड़ी संख्या में पालकगण और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्री सुमित पाण्डेय जी के द्वारा किया गया।