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मां नर्मदा कि चैत्र उत्तर वाहिनी परिक्रमा ई फार्म का हुआ श्रीगणेश


नई दिल्ली – अखिल ब्रह्माण्ड की नायिका मां नर्मदा की पूर्ण परिक्रमा के साथ लघु, खंड, पंचकोसी, हनुमान, उत्तरवाहिनी परिक्रमा भी होती हैं उद्गम स्थल अमरकंटक से रत्नाकर संगम तक कुछ स्थानों पर मां नर्मदा की उत्तर वाहिनी परिक्रमा होती हैं ।गुजरात के नर्मदा जिले में रामपुरा से तिलकवाड़ा तक की परिक्रमा बहुत प्रसिद्ध है यहां भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा गुजरात राज्य से लाखो मां नर्मदा भक्त एक महीने तक चलने वाली उत्तर वाहिनी परिक्रमा में शामिल होते हैं।
अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ ने मां नर्मदा के भक्तों की सुविधा के लिए ई फार्म का श्रीगणेश पूज्य संत श्रीचंद्रमौली स्वामी तिलक वाड़ा के शुभ हाथों से किया है। अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ के राष्ट्रीय सहसंयोजक परिक्रमा वासी विंग श्री उपेन्द्र पेड़से जी ने इस डिजिटल रजिस्ट्रेशन फॉर्म द्वारा उत्तर वाहिनी परिक्रमा मार्गदर्शन और सेवा सेतु मां नर्मदा भक्तों के लिए बनाया है।
अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ की राष्ट्रीय समन्वयक मनीषा पटेल जी ने बताया कि गुजरात के अलावा देश के अन्य प्रांतों से आने वाले उत्तर वाहिनी परिक्रमावासियो को इस ओनलाइन फार्म को भरने से उन्हें आगमन, परिक्रमा मार्ग , पौराणिक तीर्थों के दर्शन एवं प्रस्थान मार्ग पर यथोचित सहयोग अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ के वालेंटियर्स द्वारा किया जायेगा ।भक्तों को रूकने, भोजन आदि की व्यवस्था स्थानिक सेवा सहयोग से की जायेगी, राष्ट्रीय समन्वयक मनीषा पटेल जी ने बताया कि अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ एक टोलफ्री नंबर भी इश्यू कर रहा है जिससे उत्तर वाहिनी परिक्रमा में आ रहे भक्तों को यथासंभव मार्गदर्शन तथा सहयोग कर सकें ।
अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ कलयुग की अधिष्ठात्री देवी मां नर्मदा को आधार मानकर विभिन्न उद्देश्यों को लक्ष्य बनाकर काम कर रहा है ।अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ के पूरे देश के अलावा विदेशों में भी सदस्य हैं सभी सनातन, संस्कृति पर्यावरण, शिक्षा, गौसेवा आदि विषयों पर लक्षित कार्य कर रहे हैं
अखिल भारती।य मां नर्मदा परिक्रमा सेवा संघ ने जन मानस से उतर वाहिनी परिक्रमा में शामिल होने की अपील किया है पूर्ण परिक्रमा मां नर्मदा की नहीं कर सकते है उन्हें मां नर्मदा की उत्तर वाहिनी परिक्रमा कर पुण्य लाभ अर्जित करना चाहिए अखिल भारतीय मां नर्मदा परिक्रमा सेवा में यह भी अपील किया है कि परिक्रमा में तीर्थों एवं मां नर्मदा के तट पर स्वच्छता का पूर्ण ध्यान रखें तथा स्थानिक सेवा, व्यवस्था और वैदिक नियमों का सम्मान एवं पालन करते हुए पुण्य प्रदायिनी मां नर्मदा उत्तर वाहिनी परिक्रमा का अध्यात्मिक अनुभव करें

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