अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास खैरागढ़ में हुआ विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन
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जीवन में लक्ष्य का होना बेहद जरूरी है- डीजे कश्यप
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय राजनांदगांव द्वारा प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुषमा सावंत के मार्गदर्शन में गत गुरूवार को अनुसूचित जनजाति पोस्ट मैट्रिक बालिका छात्रावास खैरागढ़ में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।इस मौके पर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश चन्द्र कुमार कश्यप ने राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा संचालित योजनाओं, लोक अदालत व मध्यस्थता के लाभ, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, मोटर यान अधिनियम तथा अन्य कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी। साथ ही उपस्थित छात्राओं को
पॉक्सो एक्ट के बारे में बताते हुए कहा कि नाबालिग के साथ प्रेम संबंध में सहमति से यौन संबंध बनाया जाता है, तब भी पोक्सो क़ानून लागू होगा. ऐसे मामलों में क़ानून की जानकारी न होने की दलील नहीं दी जा सकती.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इसके आधार पर अदालत ऐसे मामलों में सज़ा में किसी तरह की राहत नहीं दे सकतीं । सज़ा की जानकारी न होने की वजह से युवाओं की जीवन और करिअर बर्बाद हो रहा है.
श्री कश्यप ने कहा कि युवाओं और आने वाली पीढ़ियों को ऐसे क़ानूनों के परिणामों के बारे में जागरूक करने की जरूरत है, खासकर स्कूलों और कॉलेजों को इन क़ानूनों के बारे में जागरूकता पैदा करने के बारे में सोचना और काम करना जरूरी है.
शिविर में न्यायिक मजिस्टेट प्रथम श्रेणी गुरु प्रसाद देवांगन ने उपस्थित छात्राओं को शिक्षा का महत्व समझाते हुए छात्राओं को नियमित रूप से विद्यालय जाने की समझाईश दी। उन्होने कैरियर मार्गदर्शन भी किया।
आगे पैरालीगल वॉलिंटियर गोलू दास साहू ने साइबर अपराध के संबंध में बताया कि विज्ञान के आविष्कारों का प्रयोग हमें अपनी उन्नति के लिए करना चाहिए और उसका सदुपयोग कर निरंतर आगे जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
आगे डीजे कश्यप ने बताया कि जीवन में सफलता प्राप्त करनी है तो सबसे पहले लक्ष्य बनाओ और दिन-रात उसी लक्ष्य के बारे में सोचो। फिर जुट जाओ, उस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए। धुन सवार हो जानी चाहिए आपको। सफलता अवश्य आपके कदम चूमेगी। असल में जब आप कोई कर्म करते हैं तो जरूरी नहीं कि आपको सफलता मिल ही जाए, लेकिन आपको असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए। हमें लक्ष्य की प्राप्ति तक स्वयं पर विश्वास और आस्था रखनी चाहिए और अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन पैरालीगल वॉलिंटियर गोलू दास साहू और आभार अभिवादन हॉस्टल वार्डन क्रिस्टीना दास द्वारा किया गया।