कवर्धा : प्रतिबंधित मछली की अवैध सप्लाई पर मत्स्य विभाग ने किया कार्यवाही.. लेकिन बाजारों मे बिक्री जारी.. सेहत पर पड़ती है प्रभाव..

कवर्धा : प्रतिबंधित मछली की अवैध सप्लाई पर मत्स्य विभाग ने किया कार्यवाही.. लेकिन बाजारों मे बिक्री जारी.. सेहत पर पड़ती है प्रभाव..
टीकम निर्मलकर AP न्यूज़ कवर्धा : जिले में प्रतिबंधित थाईलैंड मांगुर मछली की अवैध सप्लाई पर मत्स्य विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। खैरागढ़ से पांडातराई की ओर जा रहे पिकअप वाहन क्रमांक CG 04 QC 7073 को सारंगपुर चौक पर रोका गया, जिसमें लगभग 4.5 क्विंटल प्रतिबंधित मछली पाई गई।
वाहन को जब्त कर मत्स्य विभाग ने बोड़ला हेचरी में तहसीलदार की उपस्थिति में जेसीबी मशीन से गड्ढा खोदकर नष्टीकरण की प्रक्रिया पूरी की। इस पूरी कार्रवाई से स्पष्ट संकेत मिला कि विभाग सतर्क है, लेकिन सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या ये सतर्कता हाट-बाजारों तक पहुंचेगी?
पिकअप वाहन को पोंडी चौकी पुलिस के हवाले कर दिया गया है और आगे की जांच स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
हालांकि विभाग इस कार्रवाई के बाद सराहना बटोर रहा है, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि जिले के साप्ताहिक और दैनिक हाट-बाजारों में आज भी खुलेआम प्रतिबंधित मांगुर मछली की बिक्री की जा रही है।
जनहित के लिए उठाए जा रहे सुझाव:
मत्स्य विभाग को एक सार्वजनिक शिकायत नंबर जारी करना चाहिए, जिससे आम नागरिक अवैध बिक्री की सूचना दे सकें।
स्थायी समाधान के लिए विभागीय टीमें गठित कर नियमित रूप से बाजारों में छापेमारी आवश्यक है।
गौरतलब है कि थाईलैंड मांगुर मछली न केवल स्थानीय जलीय जैव विविधता के लिए नुकसानदायक है, बल्कि इसके सेवन से मानव स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। ऐसे में इस पर ठोस नियंत्रण जरूरी है।
यह कार्रवाई निश्चित रूप से सराहनीय है, परंतु समग्र रोकथाम के लिए निरंतरता और व्यापक निगरानी की आवश्यकता है, जिससे ज़हरीली और प्रतिबंधित मछलियों का धंधा पूरी तरह बंद हो सके।