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छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग में हुआ डाँ.शर्मा बाबू की बाल कहानी संग्रह का विमोचन

छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग रायपुर द्वारा 14 अगस्त को कार्यालय स्थापना दिवस समारोह के पावन अवसर पर पूर्व संस्कृति मंत्री सांसद  बृजमोहन अग्रवाल ,विधायक पुरंदर मिश्रा, सचिव अन्बलगन पी छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग  विवेक आर्या जी, डाँ. अभिलाषा बेहार जी सचिव छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के करकमलों से राजधानी रायपुर स्थित महंत सर्वेश्वर दास सभाकक्ष, संचालनालय पुरातत्व संग्रहालय में साहित्यकार डाँ.कमलेश प्रसाद शर्मा बाबू की अनमोल कृति "प्रियांशी के परेवा" (बाल कहानी संग्रह)का विमोचन किया गया। जिसे छत्तीसगढ़ शासन के राजभाषा आयोग द्वारा प्रकाशित किया गया है। माननीय सांसद अग्रवाल जी ने राजभाषा आयोग का मोमेंटो एवं सजी हुई सुंदर श्री फल देकर शर्मा बाबू का सम्मान भी किया। विदित हो कि इसके पूर्व भी तत्कालीन मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल द्वारा उनकी प्रथम चर्चित कृति "कुदीस बेंदरा जझरंग-जझरंग" का विमोचन एवं सम्मान 2022 में किया गया था। जिसका प्रकाशन भी छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा किया गया था।तब से लेकर अब तक शर्मा बाबू की सात छत्तीसगढ़ी कृति प्रकाशित हो चुकी है जिसमें तीन छत्तीसगढ़ी कहानी संग्रह, दो बालकविता संग्रह,एक मुक्तक संग्रह "उटका पुरान" और आज ये बाल कविता संग्रह शामिल है। आज जिस अनमोल कृति "प्रियांशी के परेवा" छत्तीसगढ़ी बाल कहानी संग्रह का विमोचन माननीय सांसद जी द्वारा किया गया है उसमें शर्माबाबू ने छत्तीसगढ़ी साहित्य में अभिनव प्रयोग करते हुए एक ही पात्र प्रियांशी की सात कहानियां लिखी है।जिसे छत्तीसगढ़ी साहित्य में हमेशा याद रखा जायेगा। शर्मा बाबू छत्तीसगढ़ी गद्य,पद्य के साथ एक सफल छंद साधक भी है वे वर्तमान में डोहड़ी साहित्य समिति गंडई के अध्यक्ष और भोरमदेव साहित्य सृजन मंच के मेंबर हैं।

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