ChhattisgarhKabirdhamखास-खबर

डॉ. भीम राव अम्बेडकर सर्व मांगलिक भवन पिछले तीन साल से अपूर्ण आखिर कब होगा पूर्ण? बड़ा सवाल ।

डॉ. भीम राव अम्बेडकर सर्व मांगलिक भवन पिछले तीन साल से अपूर्ण आखिर कब होगा पूर्ण ? बड़ा सवाल ।

बोड़ला – नगरवाशी के लम्बे समय से मंगल भवन की मांग थी जो नगर पंचायत के द्वारा लोगों को पुरी होते दिखी। 73 लाख 44 हजार की लागत से भवन स्वीकृत हुआ और ठेकेदार को 28/10/2021 को वर्क आर्डर दिया गया, जिसे ठेकेदार को 8 माह में पूरा करना था। परन्तु आज 3 साल बीत जाने के बाद भी कार्य पूर्ण नही हुआ है। जो कहीं ना कहीं लापरवाही को दर्शाता है। मंगल भवन के निर्माण और ठेकेदार के कार्य को देख कर लोगों में चर्चा जोरों पर है कुछ नगर वाशी तो ये कहने लगे की पूर्व में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार थी और नगर अध्यक्ष भी कांग्रेस पार्टी से है उनके कार्यकाल में स्वीकृत भवन है, यदि अभी भवन हैंड ओवर किया गया तो जाहिर सी बात है शिलान्यास पर कांग्रेस पार्टी के नगर पंचायत अध्यक्ष का नाम अंकित होगा, जो वर्तमान सत्ताधारी को पसंद ना आए। इसलिए ठेकेदार को संरक्षण प्राप्त है की वो जितना विलम्ब करें उसका कोई कुछ नही बिगाड़ सकता। कुछ दिनों में अचार संहिता लग जायेगा और चुनाव आ जायेगा, तो कैसा उद्घाटन। यदि लोगों की बात पर गौर किया जाय तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी क्यूंकि राजनीती में कुछ भी संभव है। कुछ लोगों का कहना है की ठेकेदार आखिर कौन से कारीगरों से काम करवा रहा है जो अब तक पूरा नही हो पाया। ताजमहल की सुंदरता को पीछे छोड़ने वाला है क्या ये भवन? आखिर कब पूर्ण होगा बड़ा प्रश्न चिन्ह बना हुआ है। इस विषय पर ठेकेदार से बात हुई तो ठेकेदार ने बताया की इंजिनियर नही थे इसलिए बिल पास नही हुआ है थोड़ा ही काम बाकि है जल्द पूरा हो जायेगा। तो बता दे की इंजिनियर का ट्रांसफर दो माह पूर्व हुआ था नया इंजिनियर 10/10/2024 को ज्वाइन कर चूका है ऐसे में पिछले तीन साल ठेकेदार के द्वारा लेटलातिफी का खामियाजा नगर की जनता को भुगतना पड़ा और नगर पंचायत को राजस्व नुकसान हुआ है। ऐसे में प्रसाशन को चाहिए की ठेकेदार को सख्त निर्देश दे और पेनल्टी करें ताकि हुए नुकसान की पूर्ति हो सके और अतिशीघ्र बोड़ला नगर की जनता को मांगलिक और अन्य कार्यों हेतु भवन का लाभ मिल सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page