सहज भाव से भगवान का चिंतन ही भक्ति

सहज भाव से भगवान का चिंतन ही भक्ति

AP न्यूज़ : स्मीपस्थ ग्राम रापा में 6 से 13 अप्रैल तक विश्व हिंदू परिषद एवं कुर्मी समाज के जिलाध्यक्ष व जनपद सदस्य नंदलाल चंद्राकर के द्वारा आयोजित भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के चतुर्थ दिवस में कथा व्यास पंडित राजीव लोचन दास जी महाराज चित्रकूट धाम ने चतुर्थ दिवस के प्रहलाद चरित्र अंतर्गत बताया कि सहज भाव से बिना प्रयास के भगवान का सत्तत चिंतन ही धारणा भक्ति है। जिस तरह से हजारों गायों में बछड़ा अपने मां को पहचान लेता है ये बछड़े का अपनी मां के प्रति धारणा भक्ति इसी तरह से हमारी धारणा भगवान के प्रति बिना प्रयास के सहज ही होनी चाहिए इससे हम संसार गत कार्यव्यव्हार में रहते हुए भी सहज वृत्ति से भगवान को पा लेंगे आज हमें प्रकृति में परमात्मा का दर्शन करने की आवश्यकता है आज हम विषाक्त वातावरण में पत्थर को केवल पत्थर पेड़ को केवल पेड़ नदी को केवल नदी मानने लगे हैं यह हमारी सहज वृत्ति नहीं है हमें प्रकृति का भी चिंतन भगवान के सदृश्य कर उनका संरक्षण करते हुए अपने लोक और परलोक को भी सवारने की जरूरत है श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन नंदलाल चंद्राकर के माता जी स्वर्गीय श्रीमती सतवंतींन देवी चंद्राकर के वार्षिक साथ के पावन अवसर में आयोजित है कार्यक्रम के यजमान देवदत्त चंद्राकर श्रीमती पिंकी चंद्राकर राजेंद्र चंद्राकर श्रीमती इंद्राणी चंद्राकर परायणकर्ता पंडित निलभद्र शर्मा आचार्य मणिभद्र शर्मा तथा कार्यक्रम के प्रति दिन के संचालक शिक्षक कलीराम चंद्राकर है इस आयोजन से रापा के साथ ही साथ आस-पास के गांव में श्रद्धामय वातावरण बना हुआ है पंडित आनंद उपाध्याय शंकराचार्य के कृपा पात्र शिष्य केशवानंद महाराज जिला पंचायत सदस्य तुकाराम चंद्रवंशी मिडिया प्रभारी सुरज चंद्राकर नवापारा वाले अनुज राम चंद्राकर विदेशी राम धुर्वे दुखुआराम व्यास तिवारी यू आर चंद्राकर छेदी राम रबेली दीना चंन्दाकर होरी लाल छोटेलाल , जलेश्वर चंन्दाकर कुलदीप चंन्दाकर के साथ ही साथ ग्रामवासी एवं क्षेत्रवासियों सैकड़ों की संख्या में कथा का रसपान कर अपने जीवन को धन्य बना रहे है ।