ChhattisgarhINDIAखास-खबर

दुर्गम जंगलों में स्थित ऐतिहासिक मंडीप खोल गुफा का कलेक्टर ने किया निरीक्षण

AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी

मेला पूर्व सड़क, साफ-सफाई, पानी, सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में दिए निर्देश

अक्षय तृतीया के बाद प्रथम सोमवार को खुलने वाली ऐतिहासिक गुफा को लेकर तैयारियों में जुटा प्रशासन

खैरागढ़, 1 मई 2025:
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के कलेक्टर  इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने छुईखदान विकासखंड के ग्राम ठाकुरटोला के घने जंगलों में स्थित ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मंडीप खोल गुफा का स्थल निरीक्षण किया। अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को गुफा के दर्शनार्थियों के लिए खुलने से पहले, कलेक्टर ने व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से यह दौरा किया।

कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने गुफा में प्रवेश कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को साफ-सफाई, सुरक्षा, मार्ग व्यवस्था और पर्यटकों की सुविधाओं हेतु व्यापक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जनपद पंचायत छुईखदान के सीईओ श्री रवि को मार्ग की साफ-सफाई और अन्य जरूरी तैयारियाँ समय रहते पूर्ण करने को कहा। अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) श्री अविनाश ठाकुर को गुफा के प्रवेश द्वार पर चेतावनी बोर्ड और गेट लगाने के निर्देश दिए गए ताकि श्रद्धालु सावधानीपूर्वक प्रवेश कर सकें।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को मेला स्थल पर कैंप लगाने के निर्देश भी दिए ताकि श्रद्धालुओं को प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। साथ ही स्थानीय युवाओं को गुफा दिखाने गाइड के रूप में रखने पर भी जोर दिया गया।

गुफा खुलने पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए, कलेक्टर ने पुलिस विभाग को भीड़ नियंत्रण की जिम्मेदारी सौंपी। साथ ही वन विभाग को गुफा के भीतर बैरिकेडिंग के लिए बांस और बल्लियों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालु क्रमबद्ध तरीके से दर्शन कर सकें।

निरीक्षण के दौरान उपस्थित ठाकुरटोला के जमींदार और पुजारी ने मंडीप खोल गुफा के ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व की जानकारी दी। उन्होंने बताया गुफा देखने 16 बार एक ही नदी को पार कर जाना होता है यह गुफा रियासतकालीन परंपराओं से जुड़ी है और हर वर्ष अक्षय तृतीया के बाद पहले सोमवार को श्रद्धालुओं के लिए खोली जाती है। यहां पहले पूजा-अर्चना ठाकुरटोला के जमींदार परिवार द्वारा की जाती है।

गुफा के समीप सेतगंगा कुंड स्थित है, जिसे गंगा के समान पवित्र माना जाता है। स्थानीय मान्यता है कि इस जल में कभी विकृति नहीं आती और इसका जल सदा शुद्ध रहता है। इसके समीप स्थित ‘चमगादड़ गुफा’ में हजारों चमगादड़ निवास करते हैं और दिन में भी यहाँ अंधकार बना रहता है।

कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने कहा कि जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। ऐतिहासिक धरोहरों और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण इस क्षेत्र को एक प्रमुख पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहा है

इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री प्रेम कुमार पटेल, वन एवं पुलिस विभाग अधिकारी कर्मचारी सहित स्थानीय ग्रामीण उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page