पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने विकास की नई ऊँचाइयाँ हासिल की हैं– मधुसूदन यादव


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
रजत जयंती वर्ष में जिले ने दूसरे दिन मनाया गौरवशाली उत्सव, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बाँधा समा
लोक रंग अर्जुन्दा की मनमोहक प्रस्तुति बनी आकर्षण का केंद्र, कलाकारों का हुआ सम्मान
खैरागढ़, 04 नवंबर 2025// छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना के 25 गौरवशाली वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जिला मुख्यालय खैरागढ़ के राजा फतेह सिंह खेल मैदान में राज्योत्सव 2025 के दूसरे दिन का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजनांदगांव नगर निगम के महापौर मधुसूदन यादव रहे। उन्होंने जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ छत्तीसगढ़ महतारी और भारत माता के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर समारोह का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर पूर्व विधायक कोमल जंघेल, खैरागढ़ नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती गिरजा चंद्राकर, जिला पंचायत सदस्य दिनेश वर्मा, श्रीमती अरुणा बनाफर, पूर्व जिला पंचायत सभापति घम्मन साहू, खैरागढ़ जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि शैलेंद्र त्रिपाठी, वरिष्ठ नागरिक बिसेसर साहू, शशांक ताम्रकार, नवनीत जैन, गोरेलाल वर्मा, पार्षद अजय जैन, विनय देवांगन, रेखा गुप्ता, मोनिका रजक, रूपेंद्र रजक सहित जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर महापौर श्री यादव ने जिलेवासियों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि पिछले 25 वर्षों में छत्तीसगढ़ ने विकास की नई ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार राज्य को तीव्र गति से आगे बढ़ा रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि उनकी दूरदृष्टि से बना यह राज्य आज उनके सपनों के अनुरूप प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है।
कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रावल ने अपने संबोधन में कहा कि सभी की सक्रिय उपस्थिति और सहभागिता से जिले को और बेहतर कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने बताया कि यह वर्ष छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना का 25वां रजत जयंती वर्ष है, जिसे रजत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। इसी अवसर पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। प्रथम दिवस पर चित्रकला प्रतियोगिता एवं विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ आयोजित की गईं, वहीं दूसरे दिवस पर रंगोली प्रतियोगिता में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय लोकनृत्य दलों द्वारा पारंपरिक कर्मा नृत्य की आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी गईं। जय बुढ़ादेव कर्मा नृत्य दल, कोदवा (गंडई), जय सेवा कर्मा नृत्य दल, मुण्डाटोला (गंडई) तथा जय छुईया पाठ बाबा बैगा नृत्य दल, हाथीझोला (बकरकट्टा) की प्रस्तुतियाँ विशेष आकर्षण रहीं। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सभी दलों को प्रस्तिपत्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।
लोक रंग अर्जुन्दा की मनमोहक प्रस्तुति ने बाँधा समा
राज्योत्सव के दूसरे दिन मंच पर लोक रंग अर्जुन्दा के कलाकारों ने अपनी पारंपरिक लोकनृत्य एवं गीतों की मनमोहक प्रस्तुति देकर दर्शकों का दिल जीत लिया। छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति, रीति-रिवाज और ग्रामीण जीवन की झलक पेश करती इन प्रस्तुतियों ने पूरे मैदान में उत्सव का उल्लास भर दिया। कलाकारों के थिरकते कदमों और सधे हुए तालमेल से सजी नृत्य प्रस्तुतियों ने ऐसा समां बाँधा कि दर्शक तालियाँ बजाते नहीं थके। रंग-बिरंगे परिधानों और पारंपरिक भाव-भंगिमाओं से सजी इस प्रस्तुति ने छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत कर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मधुसूदन यादव, महापौर राजनांदगांव ने लोक रंग अर्जुन्दा दल के कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे लोकनृत्य हमारे राज्य की असली पहचान हैं, जो हमें अपनी जड़ों से जोड़े रखते हैं। उन्होंने सभी कलाकारों को शाल एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उपस्थित जनसमूह ने भी खड़े होकर कलाकारों का अभिवादन किया। लोक रंग अर्जुन्दा की यह मनमोहक प्रस्तुति राज्योत्सव की शाम को अविस्मरणीय बना गई।



