एसबीआई बोड़ला में 5.58 लाख रुपए की गड़बड़ी- मृतक के खाते में भी 1.90 लाख ट्रांसफर कर दिए।
AP न्यूज विकाश सोनी| बोड़ला भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बोड़ला ब्रांच में 5.58 लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आ रही है। मृत व्यक्ति के खाते में जमा पंजी को अज्ञात व्यक्ति ने सेल्फ विड्राल भरकर निकाल ली गई। एक अन्य मामले में तो मरे हुए व्यक्ति के खाते में भी 1.90 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए गए हैं।
पीड़ित परिवार पैसों के लिए बैंक के चक्कर काटते रहे। जब बैंकर्स ने नहीं सुनी, तो थक-हारकर पीड़ितों ने बोड़ला थाने में मामले की एफआईआर दर्ज कराई है। जालसाजी कर खाते से राशि निकासी के एक प्रकरण में बोड़ला पुलिस ने बैंक के पूर्व कैशियर प्रतीक उइके के खिलाफ धारा 420 के दर्ज लिया तहत एफआईआर मामले की विवेचना में जुट गई है। वहीं बैंक में हुई वित्तीय गड़बड़ी को लेकर विभागीय जांच भी शुरू हो चुकी है। मामले में बोड़ला थाना प्रभारी राजेश चंड प्रार्थियों की रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। बैंक से संबंधित खातों के लेन-देन के दस्तावेज मांगे गए हैं। विवेचना अभी जारी है।
फर्जीवाड़े की जांच करने बिलासपुर से आई थी टीम
ये वे मामले हैं, जो प्रार्थियों के संज्ञान में आ गई है। बैंक में ऐसे न जाने कितने खाताधारक होंगे, जिनकी मृत्यु हो गई या किसी कारण वश लंबे समय से लेन-देन नहीं हो रहा है। उनका क्या हुआ होगा? पूर्व ब्रांच मैनेजर संजय प्रकाश जारिका और कैशियर प्रतीक उइके के कार्यकाल
में ये गड़बड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि बैंक के 4 अलग- अलग आईडी से धोखाधड़ी को अंजाम दिया गया है। बहरहाल, फर्जीवाड़े की विभागीय जांच शुरू हो गई है। बताया गया कि एसबीआई के हेड ऑफिस बिलासपुर से जांच के लिए जांच अधिकारी दिनेश जैन आए थे।
थाना प्रभारी बोले- बैंक से संबंधित खातों के लेन-देन के दस्तावेज मांगे गए हैं
आप भी जानिए गड़बड़ी कैसे?
केस 1. खातेदार की मृत्यु के बाद सेल्फ विड्राल
इन 3 केस के जरिए समझिए…
केस 2. पैसे ट्रांसफर होने के बाद खाता मी बंद
कर दियाः प्रार्थी कृष्ण कुमार पिता बाबूलाल बनवासी (47) वार्ड-10 बोड़ला का रहने वाला है। 26 दिसंबर 2005 में उन्होंने एसबीआई बोड़ला में 25 हजार रुपए को 36 महीने के लिए फिक्स डिपाजिट (एफडी) कराया था। उसके बाद 26 दिसंबर 2008 और 26 दिसंबर 2011 को दो बार एफडी का नवीनीकरण कराया। एफडी मेच्योर होने पर जब पैसा निकालने बैंक गए, तो बताया कि 27 अक्टूबर 2023 को किसी बैसाखू सिंह बैगा निवासी ग्राम बोदई (तरेगांव थाना) के खाते में 1,90049 रुपए ट्रांसफर कर दिए हैं, जो कि वर्षों पहले मर चुका है। यही नहीं, पैसे ट्रांसफर होने के बाद प्रार्थी का खाता भी बंद कर दिया। एफडी की राशि को लेकर प्राथी
भरकर निकाली रकमः प्रार्थी अशोक पिता कुंजराम हठीले (40) बांधाटोला वार्ड- 13 बोड़ला का रहने वाला है। उसके दादी स्व. दीपाबाई अहिरवार के नाम से एसबीआई बोड़ला में खाता संचालित है। खाते में 1,46400 रुपए जमा थे। 18 नवंबर 2022
को दीपा बाई की मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद अज्ञात व्यक्ति ने सेल्फ विड्राल भरकर उनके खाते से दो बार में क्रमशः 18 जून 2024 को 1,39626 रुपए और 18 मई 2024 को 1,46400 रुपए कुल 2,85662 रुपए निकाले गए हैं। पुलिस ने बैंक के पूर्व कैशियर प्रतीक उड़के के खिलाफ धारा 420 के तहत एफआईआर दर्ज किया है। मामले में वर्तमान
ब्रांच मैनेजर रविकांत भगत का कहना है कि
एफआईआर के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं
है। पुलिस ने गलत एफआईआर दर्ज की है।
महीनों से बैंक के चक्कर लगा रहा है। केस 3. खाते से 82 हजार गायब, दो साल से चक्कर काट रही महिलाः प्रार्थिया मंगली बाई पति केवल सिंह (30) ग्राम भुरसीपकरी (तरेगांव जंगल थाना) की रहने वाली है। उसने वर्ष 2011 में एकमुश्त 50 हजार रुपए जमा की थी। धीरे-धीरे कर के खाते में 82,100 रुपए जमा कर चुकी थी। 30 नवंबर 2023 को खाते से अज्ञात व्यक्ति ने पूरी राशि निकाल ली। प्रार्थिया मंगली बाई ने बताया कि एक बार कोई बैंक का कर्मचारी घर आया था। वह बताया कि उसके खाते से पैसा निकाल लिया गया है। बैंक पिछले 2 साल से पैसों के लिए घुमा रहा है। थाने में आवेदन दिया है। ब्रांच मैनेजर रविकांत भगत का कहना है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण राशि ट्रांसफर हो गया था।
जिसे शर्मा एक-दो दिन में संबंधित के खाते में जमा कर दिया जाएगा। मामले में बैंक के मेकर सूरज , चेकर निशांत कुमार, रोकड़ अधिकारी सलील चौधरी पर एफ आई आर हुई है।
SBI भारतीय स्टेट बैंक बोड़ला. भारतीय स्टेड बैंक शाखा बोड़ला में गड़बड़ी की जांच शुरू।