चिरायु योजना से 14 साल की छात्रा रागिनी पटेल की जन्मजात बधिरता से मिली मुक्ति


AP News आपकी आवाज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो केसीजी
चिरायु योजन से मिला श्रवण यंत्र
शासन-प्रशासन के प्रति जताया आभार
खैरागढ़ 6 अक्टूबर 2024// शासन द्वारा संचालित चिरायु योजना (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) विभिन्न प्रकार की जन्मजात बीमारी तथा विकृति वाले बच्चों की चेहरे में मुस्कान बिखेर रही है। योजना अंतर्गत 0 से 18 वर्ष तक की आयु के बच्चों के कटे-फटे होंठ, मोतियाबिंद, टेढ़े-मेढ़े हाथ पैर, श्रवण बाधा सहित विभिन्न प्रकार की बीमारी तथा विकृति पर निःशुल्क उपचार किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप एवं कलेक्टर श्री चंद्रकांत वर्मा के मार्गदर्शन में जिले में चिरायु योजना का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है, जिससे जन्मजात बीमारी तथा विकृति वाले बच्चों को नया जीवन मिल रहा है।
बता दे की विकासखंड खैरागढ़ के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पिपलाकछार में चिरायु दल दवारा स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान रागिनी पटेल पिता हरिकांत पटेल में जन्मजात बधिरता की समस्या पाई गई, जिसके पश्चात चिरायु दल खैरागढ़ द्वारा सीआरसी सेंटर राजनांदगांव ले जाया गया जहां से उन्हें ब्रेनस्टेम इवोक्ड रिस्पांस ऑडियोमेट्री (बीईआरए) परीक्षण के लिए डीईआईसी दुर्ग रेफर किया गया जहां उनकी जांच के पश्चात रिपोर्ट प्रदान किया गया।
बीईआरए टेस्ट की रिपोर्ट के माध्यम से उनका जिला अस्पताल राजनंदगांव से बच्चे का विकलांगता प्रमाण पत्र बनावाया गया, आवश्यक दस्तावेज को सीआरसी सेंटर राजनंदगांव में जमा करने के उपरांत हियरिंग एड ( श्रवण यंत्र) प्रदान किया गया। जिससे बच्ची के परिवारजन काफी खुश है और उन्होंने शासन-प्रशासन के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है। चिरायु टीम प्रभारी डॉ लक्ष्मी नारायण मांडवी एवं टीम दवारा बच्ची का समय- समय पर फॉलोअप लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चिरायु योजना का संचालन किया जा रहा है। किसी केस में टीम के सहयोग से बच्चों का उच्च स्थान में रेफर कर ईलाज भी होता है, इसके लिए किसी प्रकार का कोई धन खर्च नहीं करना पड़ता ।