अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती पर कार्यशाला का आयोजन

अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती पर कार्यशाला का आयोजन
AP न्यूज़ पंडरिया : पंडरिया खण्ड में अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्र के विभिन्न शिक्षाविद, शोधकर्ता और समाजसेवी शामिल हुए।
कार्यशाला में अहिल्या बाई के जीवन, उनके समाज सुधारों और सांस्कृतिक योगदान पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने बताया कि कैसे उन्होंने शिक्षा, महिला सशक्तीकरण और धार्मिक समरसता को बढ़ावा दिया। इस अवसर पर युवाओं को प्रेरित करने के लिए विशेष सत्र भी आयोजित किए गए।
कार्यक्रम का उद्देश्य अहिल्या बाई की विचारधारा को आगे बढ़ाना और उनके योगदान को नई पीढ़ी के सामने लाना था। आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों ने उनकी विरासत को सम्मानित किया।
इस अवसर पर उपस्थित शिक्षाविदों ने अपना विचार रखते हुए उनके जीवन परिचय को जन जन तक पहुंचाने हेतु कार्ययोजना तैयार करते हुए उपस्थित जनों से सुझाव आमंत्रित किया गया।
इस अवसर पर आगामी कार्यक्रम की रूपरेखा तय कर पंडरिया खण्ड को चार जोन (कुई-कुकदूर, दुल्लापुर, पंडरिया एवं कुण्डा) में विभाजित कर दायित्व नियोजन हेतु बैठक एव कार्यशाला के लिए दिनाँक 02 अक्टूबर एव 6 अक्टूबर की तिथि तय की गई।
खंड स्तर के इस बैठक में प्रान्त किसान कार्य प्रमुख श्री उत्तर यादव जी, विभाग सेवा प्रमुख श्री राधेश्याम पाली जी, जिला सेवा प्रमुख श्री रघुनंदन गुप्ता जी, जिला सामाजिक सद्भाव प्रमुख श्री शत्रुहन ठाकुर जी, खंड कार्यवाह श्री होरीलाल गबेल जी सहित इस आयोजन के नवनियुक्त पदाधिकारीयों श्री शिवकुमार बंजारे जी (खण्ड संयोजक), श्रीमती गायत्री चंद्रवंशी सह संयोजक, श्री रामगोपाल यादव जी सचिव, श्री महेंद्र सिंह क्षत्रिय जी सहसचिव, श्री संतोष जैन जी कोषाध्यक्ष, श्री आशीष मिश्रा जी सह कोषाध्यक्ष, श्री संतोष श्रीवास जी प्रचार प्रमुख, श्री नमन गुप्ता जी सह प्रचार प्रमुख, श्री गोविंद चंद्रवंशी जी सम्पर्क प्रमुख, शशिकांत बंजारे जी सह सम्पर्क प्रमुख बनाये गए। इस अवसर पर श्री कमलेश जायसवाल जी, श्री नरेन्द्र चंद्रवंशी जी, श्री राजेश पांडेय, श्री दिनेश जायसवाल, श्री अनुराग ठाकुर जी, श्री कुबेर सिंह, श्री दयालूराम, श्री पुनाराम, श्री राजर्षि पांडेय, श्री प्रफुल्ल बिसेन, श्री रितेश सिंह, श्री गोपाल साहू, श्री महेश पांडेय, श्री कर्नल तिवारी, श्री राकेश सोनी, श्री भूपेंद्र सुनहले, श्री विक्रम सिंह, श्री नवीन गुप्ता, श्री शंकरलाल चंद्रवंशी, श्री गिरिज साहू, श्री रामचरित सोलंकी, श्री प्रियेश शुक्ला, श्री संतोष जैन, श्री चंद्रकिशोर प्रजापति, श्री परषोत्तम निर्मलकर, श्री संतोष श्रीवास, श्री वीरेंद्र धुर्वे, श्री ईश्वर जायसवाल, श्री सुखचैन चंद्रवंशी, श्री गोविंद रजक आदि बड़ी संख्या में प्रबुद्धवर्ग उपस्थित रहे।