सरकार अंधी है जो बेसहारा महिलाओं का दर्द नही देख पा रही – विप्लव साहू
80 दिन से महिलाएं, विपरीत मौसम में सड़क पर, विप्लव साहू ने किया नियमतिकरण की मांग
खैरागढ़। अनुकंपा नियुक्ति शिक्षक संघ 80 दिनों से बूढ़ा तालाब धरना स्थल में प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला पंचायत राजनांदगांव के सहकारिता सभापति विप्लव साहू ने अपने साथियों के साथ धरना स्थल बुढा तालाब रायपुर जाकर उनकी मांगों का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि शिक्षाकर्मियों के पत्नियों और उनके बच्चों को उनके पिता और पति के देहांत के बाद जीवन यापन का खतरा हो गया है और इनकी मांगे जायज है सरकार को अविलंब उनकी मांगों को पूरा करना चाहिए. ये कोई भीख नहीं बल्कि अपना अधिकार मांग रहे हैं. मुख्यमंत्री भुपेश बघेल जब विधानसभावार जाकर लोगों से भेंट मुलाकात कर लाखों रुपयों की जमीन और सामजिक भवन दे रही है, तमाम तरह की दुनियादारी और प्रोपेगेंडा वाला काम कर रही है तो अनुकम्पा नियुक्ति की इनकी जायज मांग क्यों पूरा नहीं कर रही है. सरकार के सामने ही रायपुर में अनुकम्पा संघ का यह प्रदर्शन उनको कैसे दिखाई नहीं रही।
बेसहारा महिलाएं और पुरुष कर्मियों ने सरकार का ध्यानाकर्षण करने के लिए अपने बाल मुंडन भी करवा दिए, कड़ाके की ठंड और बिगड़ते मौसम में बैठी हुई है. यह सरकार को दिखाई ना देना समझ से परे है. क्या सरकार बहरी और अंधी भी हो गई है जो इन बेसहारा महिलाओं को सड़क पर 80 दिनों से बिठाए हुए हैं! छोटे बच्चों को लेकर वहीँ रहना और खाना बनाकर खाते हुए प्रदर्शन कर रहे है. यह सभी महिलाएं प्रदेश के अलग-अलग जिलों से आई हैं. जब यह सरकार किसानों और छत्तीसगढ़िया की सरकार खुद को कहती है तो इन बेसहारा कर्मियों को अभी तक किसी तरह का कोई सहारा नहीं देना अत्यंत कठोरता का परिचायक है, सरकार को तत्काल संवेदनशील होकर इनके पक्ष में निर्णय देकर इनकी अनुकंपा नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए. विप्लव साहू ने आन्दोलन की प्रमुख माधुरी मृगे को भरोसा दिलाया कि और भी माध्यमों से वह स्वयं भी सरकार तक अपनी बात रखेंगे और विचार भेजेंगे. समर्थन में इंजी. महेंद्र साहू, भुनेश्वर वर्मा, नीलेश सिन्हा, डॉ आई डी आशिया आदि साथी शामिल थे।