धान फसल की बेहतर पैदावार के लिए करें एसएसपी और एनपीके उर्वरकों का उपयोग

AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
खैरागढ़ 08 जुलाई 2025// खरीफ 2025 में जिले के 90 प्रतिशत रकबे में किसान धान की खेती कर रहे हैं। फसल उत्पादन में उपयोग होने वाले उर्वरकों का वितरण सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से किया जा रहा है। सभी समितियों में रासायनिक उर्वरकों का भंडारण एवं वितरण व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित है।
धान फसल के लिए एसएसपी (सिंगल सुपर फास्फेट) एवं एनपीके उर्वरक का उपयोग लाभकारी है। एसएसपी में सल्फर और कैल्शियम जैसे तत्व होते हैं, जो डीएपी में उपलब्ध नहीं होते। साथ ही यूरिया के साथ एसएसपी का प्रयोग डीएपी की तुलना में अधिक प्रभावी होता है, क्योंकि इसमें नाइट्रोजन की पूर्ति यूरिया से हो जाती है।
अब तक जिले में सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को 6147 मीट्रिक टन यूरिया, 3012 मीट्रिक टन डीएपी, 5199 मीट्रिक टन एनपीके, 1587 मीट्रिक टन एमओपी और 2906 मीट्रिक टन एसएसपी उर्वरक का वितरण किया जा चुका है।
वर्तमान में भी डबल लॉक सेंटर और समितियों में 3928 मीट्रिक टन उर्वरक का स्टॉक उपलब्ध है, जिसमें 2063 मीट्रिक टन एसएसपी और 780 मीट्रिक टन एनपीके शामिल है। किसानों से आग्रह है कि वे सेवा सहकारी समितियों से उर्वरक का समय पर उठाव कर फसल उत्पादन को बढ़ावा दें।

