बाघ की पतासाजी जारी अभी तक नहीं मिले कोई सबूत।
AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
बाघ की पतासाजी जारी अभी तक नहीं मिले कोई सबूत।
खैरागढ़ वन मंडल के अंतर्गत गंडई तथा खैरागढ़ के सीमापवर्ती कुछ गांव के आसपास विगत दिनों वन्य प्राणी बाघ (संभावित) देखे जाने की सूचना प्राप्त होने पर वन अमले द्वारा पूरी सजग़ता के साथ क्षेत्र में सघन गस्ती के की जा रही है। जहां-जहां पगमार्ग देखे जाने की खबर प्राप्त हुई . उन स्थलों सहित आसपास के स्थलों का सघन निरीक्षण किया गया, जिसमें पगमार्ग पाए जाने की पुष्टि नहीं हुई है । ग़श्ती के दौरान बाग (संभावित )के देखे जाने हैं संबंधित प्रत्यक्ष प्रमाण नहीं मिले हैं ।अप्रत्यक्ष रूप से कुछ व्यक्तियों द्वारा बाघ की उपस्थिति /विचरण की जो सचित्र सूचना दी गई है , इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है। यद्यपि आज ग्रामीणों से जानकारी लिए जाने पर उनके द्वारा बाग की क्षेत्र में उपस्थित के संबंध में अनभिज्ञता व्यक्त की गई है । तथापि वन अमले द्वारा ग्रामीणों को पूर्ण एहतियात बरतने, एकांत स्थान पर न जाने, विशेषकर रात्रि में अनावश्यक ना घूमने एवं वन्यप्राणी देखे जाने पर तत्काल वन विभाग को सूचित करने बाबत हेतु समझाईस दी जा रही है। तदाशय की मुनादी झींकादाह, गाडाघाट, रियागनहन , टेकापार, कलकसा, दपका, कुम्ही, बलदेवपुर शाहिद आसपास के अन्य 13 ग्रामों में करवाई गई है। जिला प्रशासन, पुलिस के सहयोग से वन अमला लगातार निगरानी में लगा हुआ है। सोशल मीडिया पर गति पर शरारती तत्वों द्वारा राष्ट्रीय पशु “बाघ” की क्षेत्र में उपस्थित की जो भ्रामक खबर फैलाई जा रही है। वह साइबर अपराध की श्रेणी में आता है इसके लिए नियमानुसार कार्रवाही भी की जा सकती है।