सरपंच नेऊर कर रही तानाशाही ग्रामीणों ने रोजगार सहायक को नहीं हटाने लगाई गुहार

सरपंच ग्राम पंचायत नेऊर श्रीमती फुलबाई पारिवारिक रंजिश को राजनैतिक माध्यम से पति और पुत्र के साथ मिलकर विभिन्न तरीकों से महिला रोजगार सहायक का शिकायत करती रहती है। रोजगार सहायक ने बताया कि सरपंच पुत्र गोपीकृष्ण सोनी ऊंची पहुंच का हवाला देते हुए रोजगार सहायक को घर आने बोलता है तुम हमारे नौकर हो कहता है सरपंच पति महादेव सोनी महिला पंच के साथ भी दुर्व्यवहार किया है पंचायत के सभी कार्य में पिता पुत्र का दखल रहता है। महिला सरपंच नाम मात्र की है
मनरेगा कार्य भी बाधित
मनरेगा के मांग पत्र, मस्टररोल में हस्ताक्षर नहीं करती पति पुत्र का स्वीकृति मिलने पर ही करती है पुराने कूप निमार्ण के पेमेंट को अटका के रखी है जिससे हितग्राही को आर्थिक नुकसान हुआ है। स्वीकृत कार्य को नहीं कराती नये कार्य का प्रस्ताव नहीं देती जिसके कारण ग्राम के मजदूर कार्य नहीं कर पाते। जिससे ग्रामीण परेशान हैं। अपने चहेतों के नाम पर फर्जी हाजिरी भरने के लिए दबाव बनाते हैं अपनी करतूत छुपाने और ग्रामीणों का ध्यान भटकाने के लिए रोजगार सहायक के खिलाफ माहौल बनाकर उसकी शिकायत करते हैं। अपने खास लोगों को बरगलाकर पति पुत्र शिकायत करवाते हैं।
विकास में पंचायत फिसड्डी हो रहा भ्रष्टाचार
ढाई साल के कार्यकाल में कोई विकास कार्य नहीं किए हैं। काम लाना तो दूर पंचायत के गली मोहल्ले किचड़ से भरा है स्ट्रीट लाइट बंद पड़ा है मरम्मत जैसे काम नहीं हो रहा है बाजार ठेका नहीं हुआ है सरपंच पति अपने लोगों को लगाकर बाजार से राशि वसूल करते हैं राशि वसूलकर बैंक में जमा नहीं करते हैं ताकि उक्त राशि को बिना पंचायत प्रस्ताव के गबन किया जा सके उस पैसे का भी आज तक हिसाब नहीं दिये हैं। पंचों ने बताया कि आरटीआई लगाया गया है जिससे कई राज और खुलेगा।
रोजगार सहायक को नहीं हटाने ग्रामीणों ने किया मांग
क्षेत्रीय जनपद सदस्य एवं पंच सहित ग्रामवासियों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पंडरिया के समक्ष आवेदन देकर मांग किया है कि सरपंच अपने व्यक्तिगत पारिवारिक रंजिश के चलते कुछ फर्जी हस्ताक्षर कर रोजगार सहायक का शिकायत करती है रोजगार सहायक ठीक काम करती है जिसमें ग्रामीणों ने कहा कि बिना पंचायत प्रस्ताव के रोजगार सहायक के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं किया जावे। जनपद सदस्य रमेश मरावी,रामबाई पंच,पूर्व सरपंच कुसुम सोनी, पुनाराम धुर्वे,हुलेश, शोभाराम,नोहर,बसंत, गोरेलाल, सुरेश,बिसतराम,छोटन, सुखराम,जनऊ,लामू,पहारी,विजय,मोतीलाल,बैसाखिन,
मिलऊ, चंद्रकुमार, मुकेश सहित कई ग्रामवासियों ने कहा कि बिना पंचायत प्रस्ताव के कोई कार्रवाई नहीं किया जावे।