हार को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर पुन: तैयारी में जुट जाना चाहिए-पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव।
नक्सल प्रभावित ग्राम रानीदहरा में सामुदायिक पुलिसिंग के आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुवे एसपी डॉ. पल्लव
कवर्धा। खेल भावना एक दृष्टिकोण है, जो ईमानदारीपूर्वक खेलने, टीम के साथियों और विरोधियों के प्रति शिष्टाचार बरतने, नैतिक व्यवहार और सत्यनिष्ठा दिखाने तथा जीत या हार में बड़प्पन के प्रदर्शन की प्रेरणा देता है। कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ . अभिषेक पल्लव आज थाना सिघनपुरी जंगल अंतर्गत नक्सल प्रभावित ग्राम रानीदहरा में समुदायिक पुलिसिंग के आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता के शुभारंभ कार्यक्रम में खिलाडियों को संबोधित कर रहे थे।
कबीरधाम पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव थाना सिघनपुरी जंगल अंतर्गत नक्सल प्रभावित ग्राम रानीदहरा पहुंचने पर ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया। खैरागढ़ जिले के सीमा से लगे नक्सल प्रभावित ग्राम रानीदहरा में आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता में 30 टीमों ने लिया भाग।कबड्डी प्रतियोगिता में मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ के खैरागढ़, कबीरधाम जिला के कुकदूर, रेंगाखार छेत्र के खिलाडियों ने भाग लिया। एसपी डॉ. पल्लव ने विजेता खिलाडिय़ों को शील्ड मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर थाना प्रभारी सिघनपुरी जंगल श्री उमेश देशमुख उपस्थित थे।
पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने खिलाडियों को खेल भावना के बारे में बताया। उन्होंने कहा की जब हम कोई भी खेल खेलते हैं, तो उसमें हारते हैं या जीतते हैं। हमारा पूरा प्रयास होता है कि हम जीतें, पर सदैव ऐसा नहीं हो पाता। अगर हम जीतते हैं तो हमें हारने वाले खिलाड़ी के प्रयास की सराहना करनी चाहिए। इसी प्रकार हारने पर हमें जीतने वाले खिलाड़ी को बधाई देनी चाहिए। हार को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर पुन: तैयारी में जुट जाना चाहिए। जीतने पर अहंकार नहीं होना चाहिए। हमें प्रतिद्वन्दी खिलाड़ियों के प्रति मन में ईर्ष्या-द्वेष का भाव नहीं रखना चाहिए, बल्कि उनसे सीखने का प्रयास करना चाहिए। यही खेल भावना है।