सोनपुरी बनेगा मॉडल ग्राम: कलेक्टर की अगुवाई में विकास योजनाओं की गहन समीक्षा, ग्रामीणों से सीधा संवाद


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
खैरागढ़, 31जुलाई 2025 – राज्यपाल के गोदग्राम सोनपुरी को एक आदर्श मॉडल ग्राम में बदलने की दिशा में, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने ग्राम सोनपुरी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल, अपर कलेक्टर सुरेंद्र कुमार ठाकुर, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती सुमन राज सहित समस्त जिला अधिकारी, नवाचारी कृषक बिसेसर साहू, ग्राम सरपंच तथा ग्रामीणजन उपस्थित थे। बैठक में विकास योजनाओं की प्रगति की गहन समीक्षा की गई, जिसमें खुला जिम, पुस्तकालय, वृक्षारोपण, जल संरक्षण, और महिला स्वावलंबन को प्राथमिकता दी जा रही है। कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी विकास कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरे किए जाएँ, जिनका सीधा और सकारात्मक प्रभाव ग्रामीणों के जीवन स्तर पर दिखाई देना चाहिए। उनका जोर इस बात पर था कि योजनाएँ केवल कागजों तक सीमित न रहें, बल्कि उनके क्रियान्वयन से ग्रामीणों के जीवन में वास्तविक बदलाव आए।

स्वास्थ्य और स्वच्छता पर विशेष ध्यान
बैठक में स्वास्थ्य विभाग को सोनपुरी को टीबी मुक्त बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम करने का निर्देश दिया गया। आयुष्मान भारत योजना के तहत सभी पात्र लाभार्थियों के कार्ड बनाकर उन्हें लाभ पहुँचाने के लिए भी कहा गया। गाँव में नियमित स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए ‘क्लीन सोनपुरी’ साप्ताहिक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया, जिसमें ग्रामवासियों की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य होगी।
शिक्षा और साक्षरता को बढ़ावा
शिक्षा के क्षेत्र में, गाँव में संध्याकालीन शिक्षा केंद्र शुरू किए गए हैं। इन केंद्रों में स्वयंसेवी ग्रामीण अपने घरों में कक्षाएँ संचालित कर रहे हैं, जो निरक्षरता को दूर कर सोनपुरी को पूर्ण रूप से साक्षर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
पर्यावरण संरक्षण और जल प्रबंधन की प्राथमिकता
‘एक पेड़ माँ के नाम’ वृक्षारोपण अभियान को व्यापक रूप से लागू करने के साथ-साथ जल संरक्षण को भी उच्च प्राथमिकता दी जा रही है। जल जीवन मिशन के तहत हर घर तक स्वच्छ पेयजल पहुँचाने के लिए, शेष पाइपलाइन कार्यों का सर्वे कर उन्हें शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए गए।

महिला सशक्तिकरण और युवा उत्थान
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उन्हें स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जा रहा है, और उन्हें प्रशिक्षण, ऋण तथा भवन की सुविधा प्रदान की जाएगी। युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण के माध्यम से स्वरोजगार से जोड़ा जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। इसके साथ ही, गाँव में ग्राम रोजगार मेला आयोजित करने की भी योजना है।
आर्थिक और सामाजिक नवाचारों को बढ़ावा
ग्राम की सहकारी समिति को एक मल्टी फंक्शनल सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है, ताकि कृषि से जुड़ी सभी सेवाएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सकें। इसके अतिरिक्त, गाँव में टमाटर प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना की कार्यवाही भी तेज कर दी गई है, जिससे किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य मिल सके।
धार्मिक और सार्वजनिक संसाधनों का विकास
गाँव के धार्मिक स्थलों और तालाबों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। सामुदायिक शौचालयों के निर्माण, पेंशन योजनाओं के सुचारू संचालन और रेड क्रॉस सदस्यता अभियान की भी समीक्षा की गई, और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
राज्यपाल की घोषणा पर त्वरित कार्रवाई
राज्यपाल द्वारा सोनपुरी के लिए घोषित ओपन जिम और पुस्तकालय की स्थापना के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है, ताकि ग्रामीणों विशेषकर युवाओं को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें।
जनभागीदारी से ही बनेगा मॉडल ग्राम
कलेक्टर श्री चंद्रवाल ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि सोनपुरी को मॉडल ग्राम बनाना केवल प्रशासन का काम नहीं, बल्कि पूरे गाँव की सामूहिक साझेदारी और जनभागीदारी का परिणाम होगा। उन्होंने अधिकारियों को नियमित निगरानी करते हुए अगली समीक्षा बैठक तक ठोस प्रगति लाने के निर्देश दिए।
बैठक के बाद, कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने सीधे ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने उनकी मांगों, स्थानीय समस्याओं और गाँव की प्राथमिक आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली। कलेक्टर ने सभी बिंदुओं को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे, यह प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्राप्त सुझावों के आधार पर योजनाओं का समुचित क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।