

बंगाल: पश्चिम बंगाल चुनाव (West Bengal Election)से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा टीएमसी में शामिल (Yashwant Sinha joins TMC)हो गए हैं. खबर के मुताबिक वह टीएमसी(TMC) ऑफिस में मौजूद हैं. यशवंत सिन्हा बीजेपी के बहुत ही सीनियर नेता रह चुके हैं.
वह काफी समय से बीजेपी ने नाराज चल रहे थे और लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे.यशवंत सिन्हा पिछले काफी समय से सक्रिय राजनीति से दूर थे। यशवंत सिन्हा टीएमसी ऑफिस में मौजूद हैं. आज डीएमके तमिलनाडु चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी करेगी।

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा 2014 के बाद से ही मोदी सरकार के आलोचकों में से एक रहे हैं।ऐसे में इस बात की संभावना है कि वह टीएमसी से जुड़ने के बाद पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करेंगे। कई बार वह आर्थिक मामलों को लेकर मोदी सरकार की आलोचना कर चुके हैं। 2014 से 2019 के दौरान उनके बेटे जयंत सिन्हा वित्त राज्यमंत्री थे, लेकिन उस दौरान भी उन्होंने कई बार पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी।
294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में मतदान कराया जाना है। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को होगा। इसके बाद 1 अप्रैल को दूसरे राउंड की वोटिंग होनी है। 6 अप्रैल को तीसरे राउंड की वोटिंग होगी। चौथे चरण की वोटिंग 10 अप्रैल को होनी है। 17 अप्रैल को 5वें चरण की वोटिंग होगी। इसके बाद 22 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में छठे राउंड की वोटिंग होगी। सातवें राउंड का मतदान 26 अप्रैल को कराया जाएगा और फिर दो मई को वोटों की गिनती होगी।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी के 291 उम्मीदवारों की लिस्ट का सीएम ममता बनर्जी पहले ही जारी कर चुकी हैं। खुद सीएम ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। पिछले महीने उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए ममता बनर्जी ने कहा था कि उत्तर बंगाल की तीन सीटों पर टीएमसी अपने कैंडिडेट्स नहीं उतारेगी। टीएमसी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची में 50 महिलाएं और 42 मुस्लिम उम्मीदवार हैं। इसके अलावा दलित समुदाय के 79 कैंडिडेट्स को मौका दिया गया है।