उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल पर कवर्धा विधानसभा में तीजा उत्सव का भव्य समापन, बड़ी संख्या में शामिल हुईं माताएँ-बहनें

उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल पर कवर्धा विधानसभा में तीजा उत्सव का भव्य समापन, बड़ी संख्या में शामिल हुईं माताएँ-बहनें।

छत्तीसगढ़ के परंपरा में तीजा त्यौहार महिलाओं का पसंदीदा त्योहार, सभी बहनों के साथ तीजा मनाने का सौभाग्य मिला – श्रीमती रश्मि शर्मा।

कवर्धा विधानसभा में तीजा उत्सव का भव्य आयोजन, समापन आटोटोरियम में संपन्न।

कवर्धा:- उप मुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक विजय शर्मा के नेतृत्व में आयोजित तीजा उत्सव मिलन कार्यक्रम का समापन आज स्थानीय आटोटोरियम, कवर्धा शहर मंडल की बहनों के बीच हुआ। यह कार्यक्रम क्रमशः कवर्धा ग्रामीण, भोरमदेव, रेंगाखार, लोहारा, पिपरिया एवं बोडला मंडल में आयोजित होने के बाद संपन्न हुआ।
पूरे कार्यक्रम में बड़ी संख्या में माताओं-बहनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी मंडलों में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा जी की धर्मपत्नी श्रीमती रश्मि शर्मा उपस्थित रही और क्षेत्र की बहनों के साथ पारंपरिक तीजा पर्व मनाया।
श्रीमती रश्मि शर्मा ने कहा—
“छत्तीसगढ़ में अनेक तीज-त्योहार मनाए जाते हैं, लेकिन तीजा पर्व महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। यह पर्व मायके की यादों से जुड़ा है, जिसमें महिलाएँ माता-पिता, भाई-बहनों के संग मनाती हैं और पति की लंबी आयु की कामना करती हैं। स्वास्थ्य कारणों से मैं पिछले वर्ष उपस्थित नहीं रही थी, इसलिए इस बार मैंने दोगुना आनंद लिया। सातों मंडलों में जाकर बहनों के बीच नृत्य, गायन, ड्रेस एवं पकवान प्रतियोगिता और जलेबी दौड़ जैसे खेल का आनंद लिया।”
तीज मिलन समारोह में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा जी ने अपने उद्बोधन में कहा—
“बहनों-माताओं के इस पारंपरिक त्योहार की मिठास ही अलग है। तीजा तिहार मनाने की जिम्मेदारी इस बार आप सबकी रश्मि भाभी ने निभाई। कवर्धा विधानसभा के सातों मंडलों की माताओं-बहनों ने जिस उत्साह से भाग लिया उसके लिए मैं हृदय से धन्यवाद देता हूँ। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में लगी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं का भी विशेष आभार। एक भाई और बेटे की तरह मुझे आप सभी माताओं-बहनों का प्रेम, स्नेह और आशीर्वाद हमेशा मिलता है, यही मेरा सबसे बड़ा संबल है। ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूँ कि सबका जीवन मंगलमय हो और यह पर्व सभी के जीवन में आनंद व उत्सव लेकर आए।”
इस अवसर पर क्षेत्र की बड़ी संख्या में माताएँ-बहनें उपस्थित रही और पूरे उत्सव को यादगार बनाया।