गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्व. लाल मूरत सिंह खुसरो शास. अंग्रेजी/हिंदी माध्यम विद्यालय, गंडई में शासन के निर्देश अनुसार कार्यक्रम का आयोजन किया गया।





गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर स्व. लाल मूरत सिंह खुसरो शास. अंग्रेजी/हिंदी माध्यम विद्यालय, गंडई में शासन के निर्देश अनुसार कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बच्चों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का आरंभ मां सरस्वती की वंदना, गुरु वंदना और दीप प्रज्वल और माल्यार्पण के साथ किया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि विद्यादेवी भट्ट और SMDC के अध्यक्ष संजय राजपूत और संस्था के प्रभारी वैद्यनाथ नागेंद्र और समस्त शिक्षक गण और अतिथिगणों के पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ किया गया। तत्पश्चात सभी अतिथि गणों और शिक्षको का श्रीफल और पुष्पगुच्छ के साथ अभिवादन किया गया। तत्पश्चात विद्यालय के छात्रों के द्वारा गुरु वंदना, श्लोक वाचन और भाषण इत्यादि कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन शासन के निर्देशानुसार तथा संस्था के प्राचार्य पवन कुमार ददरया जी के निर्देशन में सफल आयोजन किया गया। मंच का संचालन जे. एल. देवांगन, मनिज दास और स्मिता दास के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में संजय राजपूत, श्यामपाल ताम्रकार, राकेश ठाकुर और राजेश मेहता द्वारा वक्तव्य दिया गया।
इस पावन अवसर पर संस्था के वरिष्ट अध्यापक के द्वारा प्राचीन काल में प्रचलित गुरुकुल व्यवस्था और उसका भारतीय संस्कृति पर प्रभाव इस विषय पर सी. एम. चौबे और आर. डी. दुबे सर के द्वारा प्रेरणा स्त्रोत आदिकवी वाल्मीकि की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए वक्तव्य दिया गया। तथा प्रभारी वी. एन. नागेंद्र सर के द्वारा आभार प्रदर्शन किया तथा आज हमारे इस विद्यालय में सभी विद्यार्थी तथा अतिथि और शिक्षको के लिए न्योता भोजन का आयोजन किया गया था, जिसको सफल बनाने में मुकेश यादव और शुभम सिंह और अन्य शिक्षको का विशेष योगदान रहा।
इस कार्यक्रम में माननीय अतिथिगणों की उपस्थिति सराहनीय रहा। जिसमे विद्यादेवि भट्ट (विशिष्ट अतिथि), संजय राजपूत ( SMDC अध्यक्ष), राजेश मेहता, श्यामपाल ताम्रकार, जीवन दास रात्रे, राकेश ठाकुर, मंगल जैन, विक्की कुर्रे, रवि भवनानी, दिनेश भट्ट, रवि जायसवाल, रोहन ताम्रकार, अशोक देवांगन, अनुराग ताम्रकार, सरोज शर्मा, सुनील मोटवानी, प्रवीण देवांगन, दीपक भट्ट, विनोद नामदेव, भूपेंद्र पटेल, लेखराम साहू, रतन खंडेकर इत्यादि की उपस्थिती रही। संस्था के शिक्षक वी.एन.नागेंद्र (प्रभारी), आर. डी. दुबे ( वरिष्ट व्याख्याता), सी. एम. चौबे, जे. एल. देवांगन, डी. के. शर्मा, एम. एस. ठाकुर, वी. एन. रत्नाकर, आर. आर. शर्मा, एस. के. आंचले., ओ. पी. निषाद, सुश्री योगेश्वरी तरम, श्रीमती स्मिता दास, जसबीर सिंह, रामकुमार केवट, मनिज दास, स्नेह एक्का, नंदिनी जांगड़े, देवेन्द्र वासनिक, भुवनेश्वरी साव, सुरभी यूके, किरण वर्मा, किरण ठाकुर, प्रिंकेश कश्यप, निधि चौहान, चंद्रभान सिंह नाग, महिमा गढ़वाल, दुर्गेश सेन, ज्योति पोर्ते, हेमन्त कुमार, दिव्या श्रीवास्तव, आशुतोष देवांगन की उपस्थिति रही।