
लोरमी- गायत्री जयंती व गंगा दशहरा पर्व पर एक कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का हुआ आयोजन*
ग्राम सुकली के महामाया प्रांगण में वेद माता गायत्री जयंती व गंगा दशहरा पर्व के उपलक्ष्य में सामूहिक अखंड जाप कर एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सामूहिक गायत्री मंत्र का जाप किया गया। मुख्य यजमान बिठलदह निवासी गणेश सिंह ने घृत आहुति एवं अन्य यजमानों ने शाकल्य की आहुतियां दी। दीप यज्ञ से जाप की पूर्णाहुति हुई। यज्ञ आचार्य नोहर सिंह ने संस्कृत श्लोक उच्चारित करते हुए वैदिक परंपरा का निर्वहन किया। कहा जाता है कि गायत्री माता वेदों की जननी है गायत्री माता की जयंती पर उनकी पूजा अर्चना करने से ज्ञान की वृद्धि होने के साथ-साथ मान सम्मान मान प्रतिष्ठा और ज्ञान का आशीर्वाद प्राप्त होता है। हिंदू धर्म में गायत्री माता को ज्ञान की देवी कहा गया है। गायत्री देवी का वरदान प्राप्त करने के लिए सनातन धर्म से जुड़े लोग गायत्री जयंती पर उनकी पूजा अर्चना और गायत्री मंत्र का जाप करते हैं। इस अवसर पर कृष्णकुमार राजपूत, उत्तरी यादव, सुषमा राजपूत, कीर्ति ध्रुव,सौम्या कुलमित्र,कामिनी सोनी, आरती राजपूत, राजेश दास, नवीन, ईश्वर विकास जायसवाल का विशेष योगदान रहा।