कीचड़ से लथपथ सड़क पर चलना हुआ मुश्किल,जान हथेली पर रखकर आवागमन करने को मजबूर ग्रामीण, सरपंच बने मूकदर्शक

ग्राम पंचायत नेऊर में सड़कों पर पूरा कीचड़ और गंदगी सरपंच बनी मूकदर्शक

पंडरिया : कबीरधाम जिले के पंडरिया विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत नेऊर अकेला एक ही गांव है, कोई आश्रित ग्राम नहीं है फिर भी सरपंच विकास तो दूर कीचड़ में मुरूम डलवा सकने के काबिल नहीं है। सरपंच के निष्क्रियता के कारण मुख्य रास्तों भैयालाल मोहल्ला,बीच पारा,सेमराटोला हाई स्कूल, मिडिल स्कूल में कीचड़ व गंदा पानी जमा होने से लोगों को निकलने में परेशानी हो रही है। ग्रामीणों सहित बच्चों को इन रास्तों से निकलना दूभर हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या के बारे में कई बार पंचायत व प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है। इससे ग्रामीणों में पंचायत व प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चैतराम परस्ते ने बताया कि रास्तों में कीचड़ व गंदगी जमा होने से मच्छर पैदा हो रहे है इससे बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। मंशाराम, कृष्णा, जलेश्वर सहित ग्रामवासियों ने गांव के रास्तों को सही कराने की मांग की है।
पंचायत फंड का उपयोग नहीं
पंचों ने बताया कि ग्राम पंचायत के विभिन्न मदों में 9 लाख से ऊपर की राशि है जिसको सरपंच के द्वारा किसी प्रकार का योजना नहीं बनाया जा सका है बरसात कीचड़ और ऊपर से गली मोहल्ले में बिजली नहीं होने से घुप अंधेरा रहता है।
स्वच्छता अभियान की उड़ रही धज्जियां
ग्राम पंचायत के सभी हेंडपंप के आसपास बहुत गंदगी और कीचड़ जमा हो गया है प्रेमसिंह मुराली ने बताया कि उनके घर पास स्थित हेंडपंप में कीचड़ और गंदगी जमा हो गया है दुषित पानी से बिमारी फैलने की आशंका है। तत्काल मुरूम बजरी डलवाये जाने की आवश्यकता है।
बाजार में घुटनों तक कीचड़
ग्राम नेऊर का बाजार आसपास के 40 गांव का प्रमुख बाजार है जहां हजारों की संख्या में आसपास के लोग और व्यापारी पहुंचते हैं परंतु बाजार नेऊर में घुटनों तक कीचड़ भरा हुआ है जिसके कारण लोगों को बहुत परेशानी हो रही है जबकि यहां का बाजार वसूली पंचायत कर रही है सोचने वाली बात यह है की यह पैसा जाता कहां है।

