पंडरिया शिक्षा विभाग में दो-दो बीईओ एक शासन से नियुक्त और एक स्वयंभू।
पंडरिया के नये विकास खंड शिक्षा अधिकारी को ज्वाइन कर कार्यभार संभाले 1 माह से ऊपर हो गया पुराने बीईओ को रिलिफ भी कर दिया गया। माह भर बाद अचानक निद्रा से जागे पुराने बीईओ पंडरिया कार्यालय आकर कहता है कि बीईओ मैं ही हूं यही नहीं वो नये बीईओ के हस्ताक्षर के ऊपर हस्ताक्षर भी करता है उनके पास न तो शासन का आदेश है ना ही कोर्ट का। शासन के आदेश को धता बताकर स्वयं को अधिकारी घोषित किया हुआ है जिससे कार्यालय सहित शिक्षा विभाग में भ्रम की स्थिति निर्मित हो गया है। नये बीईओ फिरोज खान से पूछने पर उन्होंने बताया कि उनकी कुर्सी को हटाकर नया कुर्सी जमाकर कार्यालय में बैठ कर अनाधिकृत रूप से कार्य को बाधित कर रहे हैं।
हाईकोर्ट के निर्देश को पूर्व मान रहे स्टे उसी के आधार पर
खुद को बीईओ मानते हुए बैंकों में भी अपना हस्ताक्षर भेज रहे हैं। जबकि वर्तमान बीईओ ने बताया कि हाईकोर्ट से मिले कागज में उनको मात्र अंतरिम राहत दिया गया है उसमें पद वापसी का उल्लेख नहीं है ना ही वर्तमान बीईओ के लिए कोई निर्देश है। हाई कोर्ट के अनुसार उनके स्थानांतरण के अभ्यावेदन पर सरकार को 6 सप्ताह के अंदर निर्णय लेने कहा है। श्री फिरोज खान वर्तमान बीईओ ने बताया कि वो 12/10/2022 से मेडिकल अवकाश पर थे सरकार के आदेशानुसार स्थानांतरण पर
उन्हें 13/10/2022 को जिला शिक्षा अधिकारी कबीरधाम के लिए रिलिव कर दिया गया था।
नियमानुसार जब कोई कर्मचारी मेडिकल से ड्युटी पर वापस आता है तो अपने हेड आफिस (जिला शिक्षा अधिकारी) पर फिटनेस सर्टिफिकेट के साथ ज्वाइन करना होता है परन्तु सीधे खुद को बीईओ मानते हुए वर्तमान बीईओ को बिना बताये खुद को ज्वाइन करा लिए।