आर-पार के मूड में धान खरीदी केंद्रों के कंप्यूटर ऑपरेटर, दे दी आत्मदाह की चेतावनी, पहले सीएम हाउस, राजभवन और मंत्रियों का करेंगे घेराव।
छत्तीसगढ़ के सरकारी धान खरीदी केंद्रों के कंप्यूटर ऑपरेटर अपनी दो मांगों को लेकर 18 सितंबर 2024 से नवा रायपुर के तुता में धरना दे रहे हैं। संघ के 2739 सदस्य हैं। महीनेभर से आंदोलन के बावजूद सरकार की तरफ से उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। यहां तक की अब तक किसी ने उनसे बात करने की भी कोशिश नहीं की है।
सरकार की इस अनदेखी से आहत छत्तीसगढ़ समर्थन मूल्य धान खरीदी केंद्र कप्यूटर ऑपरेटर संघ ने सोमवार से चरणबद्ध घेराव के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। संघ के अध्यक्ष ऋषिकांत मोहरे ने बताया कि आंदोलन के संबंध में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय को लिखित में सूचना दे दी गई है।
संघ अब अपनी मांगों को लेकर आरपार की तैयारी में है। संघ के अध्यक्ष मोहरे, प्रदेश संयोजक विद्याशंकर यादव, सरंक्षक संतोष साहू, उपाध्यक्ष विनोद जायसवाल, पवन निर्मलकर, प्रदेश उपाध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ मनीक्षी यादव,जिला अध्यक्ष मोहन चंद्राकर, जिला संरक्षक वैभव शर्मा सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि सोमवार से चरणबद्ध घेराव किया जाएगा। सोमवार 21 अक्टूबर को संघ के पदाधिकारी मुख्यमंत्री निवास का घेरा करेंगे।
इसके बाद 22 अक्टूबर को वित्त मंत्री के निवास का घेराव किया जाएगा। संघ के अध्यक्ष मोहरे ने बताया कि 23 अक्टूबर को खाद्य मंत्री के निवास का घेराव किया जाएगा।
24 अक्टूबर को हाईवे पर चक्का जाम और 25 को राजभवन का घेराव करेंगे। इतना सब के बाद भी यदि सरकार हमारी मांगें नहीं मानी तो 26 अक्टूबर को संघ के लोग सामूहिक आत्मदाह करेंगे। उल्लेखनीय है कि संघ की तरफ से केवल दो ही मांग सरकार से की जा रही है।
कंप्यूटर ऑपरेटर 2017 से धान खरीदी की व्यवस्था में लगे हुए हैं, लेकिन उन्हें अब तक नियमित नहीं किया गया है। संघ की मांग है कि उन्हें नियमित किया जाए और उनका विभाग तय किया जाएगा।
छत्तीगसढ़ के अन्य विभागों में संविदा कर्मियों को 27 प्रतिशत संविदा वेतन बढ़ोतरी का लाभ दिया जा रहा है, लेकिन ऑपरेटरों यह लाभ नहीं मिल रहा है। संघ की तरफ से संविदा वेतनमान में की गई 27 प्रतिशत की बढ़ोतरी का लाभ अगस्त 2023 से देने की जा रही है। इस वेतमान के मिलने से उनका वेतन 23 हजार 350 रुपये मासिक हो जाएगा।