जिला खाद्य विभाग ने किया ई-पीओएस मशीन का वितरण।

जिला खाद्य विभाग ने किया ई-पीओएस मशीन का वितरण।

कवर्धा, 24 अगस्त 2021। जिले में उचित मूल्य की दुकान संचालक द्वारा राशन की अनियमितता को रोकने के लिए जिला खाद्य अधिकारी श्री अरुण मेश्राम ने राशन दुकान संचालकों को ई-पीओएस मशीन वितरित किया। खाद्य अधिकारी ने बताया कि 99 फीसदी राशन कार्ड आधार से लिंक है, इसीलिए दुकानों से अनियमितता रोकने पीओएस मशीन से चावल व शक्कर वितरण कराने से हितग्राहियों से धोखाधड़ी रोका जा सकेगा।
उन्होनें बताया कि राशन दुकानों से किसी भी तरह की अनियमितता रोकने के लिए अब कवर्धा शहर के सभी राशन दुकानों में वन नेशन-वन कार्ड के तहत नई मशीनें बांटी जा रही है। अब नई ऑनलाइन मशीन से बीपीएल-एपीएल कार्ड वालों को राशन दिया जाएगा। आफिसर का दावा है कि इस नए सिस्टम से जिसका राशन होगा उसी को ही मिलेगा। इतना ही नहीं राशन दुकानदार पात्र लोगों को कितने किलो चावल और शक्कर दे रहा है, इसकी इंट्री भी ऑटोमेटिक मेन सर्वर में हो जाएगी।
केंद्र सरकार की वन नेशन-वन कार्ड योजना को छत्तीसगढ़ में सबसे पहले रायपुर में लागू किया जा रहा। इसके बाद कबीरधाम जिले में नई मशीन से राशन बांटा जाएगा। खाद्य अधिकारी अरुण मेश्राम ने बताया कि पीओएस मशीन सीधे यूआईडी यानी आधार कार्ड के मेन सर्वर के साथ जुड़ी रहेगी। राशन दुकान में राशन लेने वाला व्यक्ति जब आएगा तो उसका आधार नंबर और अंगूठे का निशान लिया जाएगा। जैसे ही आधार नंबर डाला जाएगा उसकी पूरी जानकारी मशीन में डिस्पले हो जाएगी। अंगूठे के निशान से यह तय होगा कि जिस व्यक्ति का आधार नंबर है वो ही राशन लेने आया है। इसके बाद दुकानदार इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन से राशन तौलेगा। यह तौल भी मशीन भी पीओएस मशीन से ब्लू टूथ से जुड़ी रहेगी। यानी पात्र लोगों को जितना चावल-शक्कर देना है उतना ही देना होगा। दुकानदार जैसे ही मशीन में चावल रखेगा उसके वजन की इंट्री ऑनलाइन भी हो जाएगी। इससे राशन दुकानदारों में प्लस-माइनस राशन रखने का खेल भी खत्म हो जाएगा। जिस दुकानदार को जितना राशन आवंटित होगा उसे उतना राशन बांटना ही होगा। जो बचेगा वो ऑटोमेटिक वापस हो जाएगा।
खाद्य अधिकारी ने बताया कि इस योजना को लागू करने के लिए कवर्धा शहर से शुरुआत किया गया है। इसके लिए जिले के 99 फीसदी राशन कार्ड आधार नंबर से लिंक कर दिए गए हैं। यही नहीं इनमें से 85 फीसदी राशन और आधार कार्डों का सत्यापन भी हो गया है। यानी जिसका राशन कार्ड है उसी का आधार नंबर भी है। इससे कालाबाजारी रोकने में मदद मिलेगी। आधार और राशन कार्ड लिंक नहीं होने पर राशन कार्ड निरस्त भी किया जा रहा है। ई पोस मशीन वितरण कार्यक्रम में जिला खाद्य अधिकारी अरुण मेश्राम जिला खाद्य निरीक्षक अमित द्विवेदी एवं आकाश भूतड़ा सहायक प्रोग्रामर करीना आहुजा एवं नेहा उपाध्याय उपस्थित रहे।