गंभीर हालात में समय पर लिया गया निर्णय बना जीवनदायी – आशा हॉस्पिटल छुईखदान की टीम ने रचा नया कीर्तिमान


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी

छुईखदान जिला केसीजी छत्तीसगढ़ – एक पहली बार गर्भवती महिला (First Gravida) को गंभीर अवस्था में शासकीय अस्पताल में तीन दिनों तक भर्ती रखा गया, जहाँ डॉक्टरों ने यह पाया कि गर्भस्थ शिशु की गर्दन में गर्भनाल (Umbilical Cord) तीन बार लिपटी हुई थी। हालत बिगड़ती देख परिजनों ने तत्काल महिला को आशा हॉस्पिटल छुईखदान में स्थानांतरित किया।
यहाँ पहुँचते ही वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. जितेन्द्र कुमार ताम्रकार ने स्थिति का तुरंत मूल्यांकन किया और बिना देर किए सफल सर्जरी (Cesarean Section) कर शिशु को सुरक्षित जन्म दिलाया। यह सर्जरी अत्यंत चुनौतीपूर्ण थी, लेकिन डॉ. ताम्रकार के त्वरित निर्णय और अनुभव ने एक जटिल स्थिति को काबू में लाया।
जन्म के समय नवजात की स्थिति अत्यंत नाजुक थी। ऐसे में वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राहुल जांगड़े ने Neonatal Resuscitation के माध्यम से बच्चे को नई ज़िंदगी दी। उनकी विशेषज्ञता और समर्पण ने एक और मासूम जीवन को बचा लिया।
आज माँ और शिशु दोनों पूर्णतः स्वस्थ और प्रसन्न हैं। परिजनों ने आशा हॉस्पिटल, डॉ. ताम्रकार और डॉ. जांगड़े की टीम को हृदय से धन्यवाद प्रकट किया है।
आशा हॉस्पिटल छुईखदान एक बार फिर साबित करता है कि जब विशेषज्ञता और मानवता साथ होती है, तो असंभव भी संभव हो जाता है।