दीपावली पर्व के निमित्त श्री योग वेदांत सेवा समिति कवर्धा के सदस्यों ने 200 गरीब आदिवासी परिवारों में किया विशाल भंडारा एवं सामग्री वितरण

दीपावली पर्व के निमित्त श्री योग वेदांत सेवा समिति कवर्धा के सदस्यों ने 200 गरीब आदिवासी परिवारों में किया विशाल भंडारा एवं सामग्री वितरण

कवर्धा। उल्लास आनंद प्रसंता बढ़ाने वाले हमारे पर्वो में पर्वो का पुंज दीपावली अग्रणी स्थान पर हैं भारतीय संस्कृति के ऋषि-मुनियों संतों की यह दूरदृष्टि रहे हैं, जो ऐसे पर्वो के माध्यम से वे समाज को आध्यात्मिक आनंद शाश्वत सुख के मार्ग पर ले जाते थे।
आज इस कलयुग में अपनत्व से गरीबों के दुखों को कष्टों को समझकर अगर कोई चल रहे हैं तो उनमें परम पूज्य संत श्री आसाराम जी बापू सबसे अग्रणी स्थान पर हैं। पूज्य बापूजी के शिष्य दिवाली के दिनों में घूम घूम कर जाते हैं उन आदिवासियों के पास उन गरीब बेसहारा निराश्रितो के पास जिनके पास रहने को मकान नहीं पहनने को वस्त्र नहीं खाने को रोटी नहीं, कैसे मना सकते हैं ऐसे लोग दिवाली? लेकिन पूज्य बापू जी के शिष्यो द्वारा आयोजन होता है विशाल भंडारों का जिसमें ऐसी सभी लोगों को इकट्ठा कर मिठाइयां फल वस्त्र बर्तन दक्षिणा अन्न आदि का वितरण होता है| साथ ही साथ उन्हें सुनाते हैं गीता भागवत रामायण उपनिषद का संदेश तथा भारतीय संस्कृति की गरिमा, तो वे अपने दुखों को भूल प्रभुमय हो हरिकीर्तन में नाचने लगते हैं,और दीपावली के पावन पर्व पर अपना उल्लास कायम रखते हैं|
पूज्य संत श्री आशारामजी बापू द्वारा प्रेरित श्री योग वेदांत सेवा समिति कवर्धा के द्वारा सुदूर आदिवासी क्षेत्र ग्राम पंचायत- लूप, तहसील -बोड़ला,जिला- कबीरधाम(छ.ग.) में 200 गरीब आदिवासी परिवारों में जीवन उपयोगी सामग्री, कंबल,साड़ी,साल,दीया बत्ती,तेल,स्टील टिफिन डब्बा,आटा,बतासा, मिठाई नव वर्ष का कैलेंडर, सत्साहित्य इत्यादि सामग्री के साथ-साथ 350 लोगों में हलवा प्रसादी का भी वितरण किया गया।साथ ही श्री योगदान सेवा समिति के कोषाध्यक्ष गणेश साहू जी के द्वारा कोरोना महामारी से बचने के लिए कुछ घरेलू टिप्स भी दिए गए एवं प्राकृतिक औषधि तुलसी आंवला,हर्रा, बहेड़ा आदि की महिमा बताकर वनोऔषधियो से उपचार हेतु जानकारी दिया गया।
आदिवासी क्षेत्र में हुए इस भंडारा कार्यक्रम में मुख्य रूप से संत श्री आशारामजी आश्रम रायपुर की संचालिका अनिता दीदी, श्री योग वेदांत सेवा समिति कवर्धा के अध्यक्ष श्री भागवत साहू, उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण चंद्रवंशी, सहकोषाध्यक्ष गणेश साहू, कपूरचंद ठाकरे, बी.आर. साहू, युवा सेवा संघ के सेवाधारी तोकेश्वर साहू, उदय राजपूत, कौशल साहू, मनोज साहू, बाल संस्कार सेवाधारी आकाश राजपूत, गुनीराम लहरे,रामफल,कोमल भाई, बलराम कौशिक अमन भाई, रेवाराम पाली, दुखीराम साहू,केशो,झलक साहू,विष्णु सहित 50-60 सेवाधारी उपस्थित रहे।
जन समाज के कल्याण एवं उसके सर्वांगीण विकास के लिए संत श्री आशारामजी बापू ने पिछले पांच दशकों से अथक प्रयास किया हैं।तथा विभिन्न प्रकल्प चलाये है। और इनके संचालन के लिए कई विभागों की स्थापना की है। जिनमे मुख्यता श्री योग वेदांत सेवा समिति, युवा सेवा संघ, बाल संस्कार,एवं महिला मंडल है। पूज्य बापूजी की प्रेरणा से चल रहे इन विभागों के माध्यम से समाज उत्थान के लिए विभिन्न प्रकार के सेवा कार्य किए जाते हैं। जिनमें मुख्यता
तुलसी पूजन, मात्री-पितृ पूजन,निशुल्क 17000 बाल संस्कार केंद्र, गुरुकुल,व्यसनमुक्ति अभियान, युवाओं में देशभक्ति जागृत करने के लिए देशभक्ति यात्रा, पर्यावरण सुरक्षा,युवाधन सुरक्ष अभियान, गौसेवा,गरीबों में भंडारे-भोजन करो भजन करो साथ में दक्षिणा पायो, प्राकृतिक आपदाओं में मद,कैदी उत्थान, सत्सहिय वितरण, गरीबों आदिवासी इलाको में भंडारण कार्यक्रम आदि से समाज को उन्नत कर रहे हैं।
पूज्य बापूजी ने देश व समाज की भलाई के लिए अपना पूरा जीवन लगाया है।लेकिन कुछ असामाजिक तत्त्वों से समाज की उन्नति नहीं देखी जाती है| ऐसे लोगों के द्वारा षड्यंत्र के तहत पूज्य बापूजी को जेल भिजवाया है। पूज्य बापू जी के निर्दोष होने के विभिन्न सबूतों के बावजूद भी उन्हें विगत 9 वर्षों से उनके लड़खड़ाते स्वास्थ्य के बावजूद भी इलाज के लिए एक दिन भी पैरोल/जमानत नहीं दी गई है।वहीं कई अपराधी अपराध करने के बावजूद भी छूट जाते हैं।






