

नई दिल्ली: रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के चीफ सामंत कुमार गोयल (Samant Kumar Goyal)और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के डायरेक्टर अरविंद कुमार (Arvind Kumar)के लिए एक अच्छी खबर आई है। मोदी सरकार (Modi government)ने दोनों के कार्यकाल का एक साल बढ़ा दिया गया है। अरविंद और सामंत दोनों 1984 बैच के IPS अफसर हैं।
गोयल पंजाब कैडर और कुमार असम-मेघालय कैडर से हैं। सामंत फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट एयर स्ट्राइक और 2016 सर्जिकल स्ट्राइक (2016 surgical strike) की रणनीति बनाने वाले अफसरों में शामिल रहे हैं। उनको पाकिस्तान एक्सपर्ट (Pakistan expert)माना जाता है। 1990 के दशक में उग्रवाद से जूझ रहे पंजाब के हालात को भी उन्होंने संभालने में भूमिका निभाई थी। वहीं, अरविंद कुमार को जम्मू-कश्मीर एक्सपर्ट माना जाता है।
जून 2019 में सामंतऔर अरविंद ने पदभार संभाला था
सामंत ने 26 जून 2019 को बतौर रॉ चीफ पद संभाला था। उन्होंने अनिल धस्माना की जगह ली थी। वहीं, अरविंद कुमार ने भी इसी दिन पदभार संभाला था। उनसे पहले राजीव जैन IB के प्रमुख थे। धस्माना और जैन दिसंबर 2016 में नियुक्त किए गए थे।
अरविंद कुमार को आंतरिक मामलों का गहरा अनुभव
सामंत कुमार गोयल को हार्ड कोर ऑपरेशंस को निपटाने वाले व्यक्ति के तौर पर जाना जाता है। वहीं अरविंद कुमार को आंतरिक मामलों का गहरा अनुभव है। दोनों अधिकारी पीएम नरेंद्र मोदी, होम मिनिस्टर अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को रिपोर्ट करते हैं। रॉ की गतिविधियों के बारे में सरकार की ओर से आमतौर पर जानकारी नहीं दी जाती है। वहीं आईबी के पास आंतरिक मामलों पर निगरानी रखने और सरकार को खुफिया सूचनाएं पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है। राजनीतिक आंदोलन, माओवादी गतिविधियों और अन्य आतंकी नेटवर्क्स आदि के बारे में आईबी जानकारी जुटाती है।
मुस्तैद रहने वाली एजेंसी आईबी बेहद अहम
आतंरिक सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहने वाली एजेंसी आईबी को बेहद अहम माना जाता है। बता दें कि हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कमिटी ने सीबीआई के निदेशक के तौर पर सुबोध कुमार जायसवाल की नियुक्ति का फैसला लिया है। जायसवाल को पुलिस विभाग का लंबा अनुभव है और वह भीमा कोरेगांव, अब्दुल करीम तेलगी समेत कई अहम मामलों की जांच में शामिल रहे हैं। मुंबई पुलिस के कमिश्नर और महाराष्ट्र के डीजीपी समेत कई अहम पदों पर वह रहे हैं। सीबीआई निदेशक बनने से पहले तक उनके पास सीआईएसएफ के डीजी की जिम्मेदारी थी।