
पूछताछ के दौरान बहादुर ने कबूल किया कि उसने रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लोगों से कई लाख रुपये ले लिए थे। जब इन लोगों ने उससे तकाजा करना शुरू किया तो उसने खुद के ही अपहरण की साजिश रची। बहादुर ने यह भी कबूल कर लिया है कि वह 4 मार्च को लखनऊ चला गया और उसी ने अपनी पत्नी और रिश्तेदार को एक अज्ञात नंबर से फिरौती के लिए मैसेज भेजा था।