
राहुल गांधी ने कहा, “आज तड़के मैं अपने भाइयों के साथ समुद्र में गया। नाव की यात्रा शुरू होने से लेकर उसकी वापसी तक उन्होंने सभी खतरे उठाए…खूब मेहनत की। वे समुद्र में जाते हैं, जाल खरीदते हैं लेकिन उसका फायदा कोई और उठाता है।” उन्होंने कहा, “हमने मछली पकड़ने की कोशिश की लेकिन सिर्फ एक मछली मिली। इतनी मेहनत के बाद भी जाल खाली रह गया। यह मेरा अनुभव है।”