सेनानी परिवारों के लिये छत्तीसगढ़ का संगठन प्रेरणा बनेगा- जितेन्द्र रघुवंशी


सेनानी परिवारों के लिये छत्तीसगढ़ का संगठन प्रेरणा बनेगा- जितेन्द्र रघुवंशी
सेनानियों के नाम की पट्टिकाएँ वन्दे मातरम उद्यान में लगाना मेरे लिए गौरव की बात है- नगर विधायक अमर अग्रवाल

बिलासपुर, छत्तीसगढ़। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ ईकाई के अध्यक्ष मुरली खंडेलवाल, कार्यक्रम संयोजक एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश बाजपेयी तथा उनके सहयोगियों ई रमेंद्र राव बाबा भैय्या, डॉ शकुंतला जितपुरे जी के पुरुषार्थ ने बिलासपुर में स्वतंत्रता सेनानी शहीद सम्मान यात्रा ने ऐसी अमिट छाप छोड़ी कि देश के अन्य प्रान्तों से आए पराक्रमी भाई बहनों सहित उपस्थित जन देशभक्ति के प्रवाह में आकंठ डूब गए। महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवनियों को प्रकाशित करता वन्दे मातरम उद्यान देखकर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के परिवार भाव विभोर हो गए। जय स्तंभ से आरम्भ हुई सम्मान यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आयोजन स्थल अनुभव भवन पहुंची,गगनभेदी नारों की गूँज से सम्मान यात्रा पथ गुंजित हो उठा।

ध्वजारोहण मुख्य अतिथि जितेन्द्र रघुवंशी ने किया, वन्देमातरम राष्ट्रगीत , दीप प्रज्वलन उपरांत डॉ शकुन्तला जितपुरे, ई.रमेंद्र राव बाबा तथा संयोजक चन्द्र प्रकाश वाजपेयी ने स्वागत उद्बोधन किया।

संगठन परिचय प्रथम उद्बोधन करते हूये राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा आजादी के शताब्दी समारोह तक “स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों का भारत बनाएंगे” की घोषणा की गई थी, बाद में भी विभिन्न मंचों से माननीय प्रधानमंत्री जी ने इस संकल्प को दोहराया, किन्तु स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपने क्या थे, यह जानकारी सरकार को कहां से मिलेगी? यह तो उनके वंशज ही बता पाएंगे, अत: केन्द्र एवं राज्य सरकारों को चाहिए कि स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को अपने सहयोगी के रूप में उचित स्थान दे।

अभी तक सार्थक कदम न उठाने से देश भर के लगभग दो करोड़ स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों के उत्तराधिकारियों में आक्रोश व्याप्त है रघुवंशी ने कहा कि छत्तीसगढ़ स्वतंत्रता सेनानी संगठन ने अपनी संयुक्त शक्ति का एहसास सरकार को कराने के लिए “हर महीने प्रथम रविवार दस बजे दस मिनट स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के नाम” अभियान को व्यापक स्तर पर संचालित किया है, जिसका परिणाम आज स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। कार्यक्रम में पधारे बिलासपुर के यशस्वी नगर विधायक अमर अग्रवाल के द्वारा स्थापित वन्दे मातरम उद्यान में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम की पट्टिकाएँ लगाने के लिए महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने हृदय की गहराइयों से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आपने बिलासपुर में जो कार्य किया है, वह देशभर के लिए अनुकरणीय है। रघुवंशी ने माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी के नाम अधिकार पत्र सौंपते हुए आग्रह किया कि उत्तराखण्ड, पंजाब तथा असम सरकार की भांति स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को सम्मान पेंशन देने, हर जिले में स्वतंत्रता सेनानी सेवा सदन बनाने, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की जीवनी पाठ्यक्रम में शामिल करने, नगर निकायों में स्वतंत्रता सेनानी परिवारों को मनोनीत करने तथा स्वतंत्रता सेनानी परिवार कल्याण परिषद का गठन करने जैसे महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर तत्काल विचार करना चाहिए। विधायक अमर अग्रवाल ने उपस्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों को आश्वासन दिया कि हमें जो अधिकार पत्र माननीय मुख्यमंत्री महोदय के लिए दिया गया है, उसका संज्ञान लेकर स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों के हितों की रक्षा के उचित कदम उठाने का आग्रह करेंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम की पट्टिका वन्दे मातरम उद्यान में लगाकर इन बलिदानियों की गाथा को वर्तमान पीढ़ी तक पहुंचाने का हमने प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि आज सोचने का दायरा छोटा हो गया है, इसलिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान की ओर सरकारों ने ध्यान नहीं दिया। इसके लिए अमर अग्रवाल ने हरि ओम पंवार जी की कविता “उन्हें कौन याद करेगा, हमें बताना होगा” का उल्लेख किया, इस प्रयास में संघर्षरत चन्द्र प्रकाश बाजपेयी की उन्होंने प्रशंसा की ।
कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का स्वागत चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, ई रमेंद्र राव, डॉ शकुंतला जितपुरे, इंदर टहलियानी, सोनम साहू आदि सहयोगियों ने किया। स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के विभिन्न प्रान्तों से आए वरिष्ठ पदाधिकारियों एवं छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधि सर्वश्री डॉ राजा भैय्या मिश्रा, अरुण प्रताप सिंह, रूपाली सिंह तिवारी, गणेश शंकर मिश्रा, आचार्य नरेंद्र नाथ मिश्रा, प्रो के के अग्रवाल, सी पी देवरस, अनिल तिवारी के महत्वपूर्ण सुझावों से सर्वसम्मत यह निर्णय लिया गया कि यदि सरकार द्वारा स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों की इसी तरह उपेक्षा की गई तो हमें मजबूर होकर आजादी के महानायकों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद तथा भगत सिंह जैसे महामानों का अनुसरण करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के सम्मान तथा उनके उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए क्रान्ति का बिगुल बजाना होगा। सम्मेलन के संयोजक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश बाजपेयी ने अध्यक्षीय उदबोधन में पधारे सभी प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए सबके सहयोग से संगठन की मजबूती हेतु कार्य करने का अह्वान किया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम की पट्टिकाएँ वन्दे मातरम उद्यान बनाकर लगाने पर नगर विधायक अमर अग्रवाल, महापौर पूजा विधानी सहित पधारें सभी अतिथियों एवं नगर के 26 सेनानियों के उत्तराधिकारियों का गौरव सम्मान श्रीफल,शाल,मोमेंटो भेंट कर किया। सम्मेलन की व्यवस्था समिति के सभी पदाधिकारियों ने अपनी सेवायें देकर सबका दिल जीत लिया। सेनानी परिवार की बहन निवेदिता सरकार के बच्चों ने विभिन्न वेशभूषा में पद यात्री बन वन्दे मातरम्,राजकीय गीत, ऐ मेरे वतन के लोगों गीत ने उपस्थित समुदाय को रुला दिया।डी ओ सी महेंद्र टंडन के नेतृत्व में स्काउट गाइड के बच्चे हाँथ में तिरंगा लिये आकर्षक मार्च पास्ट किया सम्मेलन का सफल संचालन डॉ उषा किरण बाजपेयी एवं आभार डॉ शकुंतला जितपुरे ने किया ।
सम्मेलन की तैय्यारी में सेनानी परिवार की इंदर टहलियानी कोषाध्यक्ष, श्रीमती सोनम, मनीष साहू कार्यालय सचिव, शहीद पद यात्रा प्रभारी अनिल तिवारी, रमेश श्रीवास, महेंद्र टण्डन, अतिथि व्यवस्था दिव्य प्रकाश दुबे, राहुल दुबे, पंजीयन प्रभारी सोनम, मनीष साहू, अशोक बाजपेयी. प्रामी प्रताप सिंह, मंच व्यवस्था अखिलेश बाजपेयी, श्वेता पांडेय, डॉ रश्मि जितपुरे. भोजन नाश्ता प्रभारी इंदर टहलियानी. डॉ नितिन टहलियानी, सुरेश कलवानी, रोचना, तिलक प्रभारी निवेदिता सरकार, मंच संचालन में डॉ उषा किरण बाजपेयी एवं ध्वज वंदन में प्रभारी चन्द्र प्रकाश बाजपेयी, डॉ किरण बाजपेयी, जग्गू निर्मलकर का सराहनीय योगदान रहा।

