शीतलहर के मद्देनज़र आमजन की सुरक्षा हेतु दिशा-निर्देश जारी


AP न्यूज विश्वराज ताम्रकार जिला ब्यूरो चीफ केसीजी
केसीजी जिले में स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता गतिविधियाँ जारी
ठंड और शीतलहर को देखते हुए विभाग ने जारी किए एहतियाती निर्देश
अभिनव पहल खैरागढ़ : प्रदेश में बढ़ती ठंड और शीतलहर की स्थिति को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आमजन की सुरक्षा हेतु महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए हैं। विभागीय अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की है कि अत्यधिक ठंड के दौरान अनावश्यक बाहर निकलने से बचें तथा यात्रा को संभव हो तो स्थगित करें। उन्होंने कहा कि ठंड से बचने के लिए गर्म वस्त्रों का नियमित उपयोग और शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए गर्म तरल पदार्थों का सेवन अत्यंत आवश्यक है। किसी भी व्यक्ति में लगातार ठिठुरन, सुन्नता या उंगलियों के सफेद पड़ने जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने की सलाह दी गई है। बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों को इस मौसम में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता बताई गई है।
बंद कमरों में कोयला या अंगीठी से आग सेंकने पर चेतावनी
विभाग ने बंद कमरे में कोयला या अंगीठी जलाने को अत्यंत खतरनाक बताया है। अधिकारियों का कहना है कि इससे निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस बंद स्थान में जमा होकर जानलेवा स्थिति पैदा कर सकती है। इसलिए आग जलाते समय कमरे में उचित वेंटिलेशन बनाए रखना जरूरी है और किसी भी बंद स्थान पर कोयला जलाने से बचना चाहिए।
हाइपोथर्मिया के खतरों और उपचार पर जागरूकता
शरीर का तापमान अत्यधिक कम हो जाना, जिसे हाइपोथर्मिया कहा जाता है, एक गंभीर चिकित्सा स्थिति है। इसमें व्यक्ति को कंपकंपी, बोलने में कठिनाई, त्वचा का पीलापन, सांसों की धीमी गति, मांसपेशियों में जकड़न और गंभीर होने पर बेहोशी जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को तुरंत गर्म स्थान पर ले जाना, कंबल से ढकना और चिकित्सकीय उपचार दिलाना अत्यंत आवश्यक है।
कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिलेभर में जागरूकता अभियान तेज
कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा जिलेभर में शीतलहर से बचाव के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। चिकित्सक, खंड चिकित्सा अधिकारी, खंड विस्तार एवं प्रशिक्षण अधिकारी, पर्यवेक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक और मितानिनें लगातार घर-घर जाकर लोगों को जानकारी दे रहे हैं। टीमें नागरिकों को ठंड से बचने के उपाय, हाइपोथर्मिया के लक्षण, प्राथमिक उपचार, बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल तथा सुरक्षित हीटिंग तरीकों के बारे में विस्तृत रूप से समझा रही हैं। मितानिनों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से रात के समय तापमान गिरने के दौरान सावधानी बरतने पर जोर दिया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अपील
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आशीष शर्मा ने नागरिकों को मौसम के अनुरूप वस्त्र पहनने, स्वयं को ठंड से सुरक्षित रखने और किसी भी स्वास्थ्य समस्या की स्थिति में तत्काल निकटतम स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल से संपर्क करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क है और नागरिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गई हैं।


