भारतीय किसान संघ ब्लॉक इकाई लोहारा के द्वारा सुतियापाठ नहर विस्तार को लेकर लगातार कई तरह के आंदोलन किया जाता रहा बिना नहर विस्तार,नही मानेंगे भारतीय किसान

भारतीय किसान संघ ब्लॉक इकाई लोहारा के द्वारा सुतियापाठ नहर विस्तार को लेकर लगातार कई तरह के आंदोलन किया जाता रहा है।आज इसमें एक और नया पन्ना जुड़ गया।पिछले 20 दिसंबर को हुए चक्का जाम में ब्लॉक अध्यक्ष संजय साहू के द्वारा ये घोषणा किया गया था कि जल्द से जल्द अगर नहर विस्तार कार्य शुरू नही किया जाता तो संघ के द्वारा किसानों को साथ लेकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा।घोषणा के दिन से ही संघ के कार्यकर्ताओं के द्वारा नहर विस्तार में आने वाले सभी गॉंव में जाकर लगातार इसकी तैयारी भी की रही थी।इस आंदोलन को सफल बनाने एवं अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन की शुरुआत के लिए पूरे जिले भर से 10 हजार किसान लोहारा में शामिल होने तैयार थे।लेकिन इसी बीच कोरोना ने राज्य और देश मे फिर से अपना पैर पसारना शुरू कर दिया जिसके कारण सरकार द्वारा सभी तरह के धरना एवं आंदोलन पर रोक लगा दिया गया।इसे किसानो का दुर्भाग्य कहे या बदकिस्मती सुतियापाठ नहर लोहारा क्षेत्र के किसानो के लिए सबसे ज्यादा जरूरी मांग है जिसपर शासन प्रशासन कोई ध्यान ही नही दे रहा है,और किसान कुछ करना चाहे तो कई तरह की प्राकृतिक एवं राजनीतिक व्यवधान किसानों को रोकती है।इन्ही सब समस्याओं को ध्यान में रखकर संघ के कार्यकारिणी द्वारा अत्याधिक संख्या में किये जानेवाले अनिश्चित कालीन धरना को रद्द कर कम से कम संख्या में सभी 26 गांवों के द्वारा महामहिम राज्यपाल महोदया एवं मुख्यमंत्री महोदय के नाम एक ही दिन अलग अलग समय ज्ञापन सौपने का निर्णय लिया गया।
ठंड,बारिश और कोरोना,किसान के आगे सब नतमस्त दिनों से कड़कड़ाती ठंड,बेमौसम बरसात और और कोरोना महामारी का प्रोटोकॉल तीनो के होते हुए भी आज किसानो के द्वारा अपना वादा पूरा किया गया।बैठकों में तय किये अनुसार सभी 26 गांवों से महिला एवं पुरुष कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए 100 से भी ज्यादा संख्या में क्रमशः आकर तहसीलदार लोहारा को अपना ज्ञापन सौंपते गए।किसानों द्वारा तहसीलदार महोदय को स्पष्ट किया गया कि अगर प्रशासन अब भी नींद से नही जागी तो कोरोना प्रोटोकॉल के हटते ही किसान अपना पूरा परिवार लेकर आंदोलन करने से भी नही हिचकेंगे।भारतीय किसान संघ के महिला प्रमुख श्रीमति मंजू देवी ठाकुर एवं श्रीमती जमुना बघेल ने तहसीलदार महोदय को स्पष्ट कर दिया कि मांगे नही माने जाने की स्थिति में किसान मजबूर होकर उग्र आन्दोलन करेंगे।
सभी 26 गॉवो के वरिष्ठ और गरिष्ट कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रमुख कार्यकर्ता रामायण सिंह ठाकुर,महिला प्रमुख श्रीमती मंजू सिंह ठाकुर,श्रीमति सुखमत मेरावी,श्रीमती अनुसुइया बिसेन,श्रीमती निर्मला सिंह ,श्रीमती गायत्री डड़सेना,श्रीमति जमुना बघेल,श्रीमति रामबाई मेरावी,श्रीमती कुंती धुर्वे,अरविंद शर्मा,धन्नू मेरावी,नकछेददा झारिया,बाबुद्दीन खान,रूपसिंह वर्मा,विजय साहू,परस वर्मा,जगन्नाथ साहू,संजय साहू अध्यक्ष,शिवकुमार वर्मा उपाध्यक्ष, मूलचंद साहू उपाध्यक्ष,ब्लॉक मंत्री जयनारायण साहू,मुकेश सिंह ठाकुर,प्रहलाद पटेल,,लक्ष्मण जोशी,ओमकार राजपूत प्रचार प्रभारी, बेदराम साहू,कैलाश मिश्रा, बोधन तिवारी,धनसिंह श्रीवास,सरोज मानिकपुरी,मदन मेरावी,तुलसी साहू,योगेश साहू, निहोरा जायसवाल,जगमोहन पटेल एवं अन्य किसान मौजूद रहे।